लोग विवाद पैदा करते हैं… सहयोगी दलों के साथ दरार की अफवाहों पर बोले महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले
नई दिल्ली:
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने दोनों सहयोगी दलों के बीच तनाव की खबरों के बीच रविवार को कहा कि वह शिवसेना नेता संजय राऊत के साथ दोस्त हैं. नाना पटोले ने The Hindkeshariमराठी जाहिरनामा में कहा, “मैं, संजय राऊत का दोस्त हूं. मुझे समझ नहीं आ रहा है कि लोग हमारे बीच तनाव उत्पन्न करने की कोशिश क्यों कर रहे हैं.”
महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे की घोषणा में देरी के बीच पटोले और राउत की तीखी टिप्पणियों से दरार की चर्चा तेज हो गई हैं. संजय राउत पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता “निर्णय लेने में सक्षम नहीं हैं”. इस पर पटोले ने पलटवार करते हुए कहा, “अगर संजय राऊत उद्धव ठाकरे को कंट्रोल कर रहे हैं, तो यह उनका मुद्दा है. हमारे नेताओं की वास्तविकता बताने की जिम्मेदारी हमारी है और हम ऐसा कर रहे हैं. संजय राऊत क्या करते हैं, इस पर हम कुछ नहीं बोलना चाहते.”
हालांकि, अन्य कांग्रेस नेताओं ने इन बयानों को तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि बातचीत सुचारू रूप से चल रही है. ईवेंट के दौरान पटोले ने महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन – महा विकास अघाड़ी के बीच कुछ सीटों पर मनमुटाव की बात कही है. उन्होंने कहा, “कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है और राष्ट्रीय पार्टियों को चीजों को सावधानी से करना पड़ता है. राज्य स्तर की पार्टियों की डिमांड और सपने होते हैं, जिन्हें स्वीकार किया जाता है. महाराष्ट्र में बहुमत की सरकार बनाने के लिए योग्यता के आधार पर सीटों को शेयर करने में कांग्रेस ने अहम भूमिका निभाई है. हम अभी भी इस दिशा में काम कर रहे हैं.”
उन्होंने कहा, “अभी भी 5 से 10 सीटों पर डिस्कशन चल रहा है और हम इसे सुलझाने में लगे हुए हैं. 30 अक्टूबर के बाद हम इसका हल निकालने पर काम करेंगे. हमने एमवीए के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. सीट बंटवारे के दौरान कोई विवाद नहीं हुआ है. वहीं बची हुई सीटों के बंटवारे के मुद्दे को हल करने की कोशिश की जा रही है.”
61 वर्षीय पवार ने पहले महाराष्ट्र की 288 सीटों में से 255 सीटों के लिए सीट बंटवारे की व्यवस्था का खुलासा किया था. उन्होंने कहा कि गठबंधन के सभी सहयोगी – कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) – 85-85 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.
जब उनसे विपक्षी गठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “राहुल गांधी के दृष्टिकोण के अनुसार, प्राथमिकता पहले महाराष्ट्र को बचाना है. एक बार जब हम ऐसा कर लेंगे, तो एमवीए नेता मुख्यमंत्री पर फैसला करेंगे.”
इससे पहले, The Hindkeshariमराठी इलेक्शन कॉन्क्लेव में बात करते हुए, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा था, “महा विकास अघाड़ी (एमवीए) मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा नहीं कर रहा है क्योंकि उन्हें नहीं लगता कि उनका मुख्यमंत्री चुनाव के बाद आ सकता है.” हालांकि, सत्तारूढ़ पार्टी ने भी अभी तक अपने मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं किया है.
महाराष्ट्र में एक ही चरण में 20 नवंबर को वोटिंग की प्रक्रिया पूरी की जाएगी और इसके बाद 23 नवंबर को मतगणना की जाएगी.