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कुख्‍यात गैंगस्‍टर जग्‍गू भगवानपुरिया असम की जेल में शिफ्ट, सिद्धू मूसेवाला की हत्‍या सहित 128 मामले 


नई दिल्‍ली:

सिद्धू मूसेवाला हत्‍याकांड के आरोपी और पंजाब के कुख्‍यात गैंगस्‍टर जगदीप सिंह उर्फ जग्‍गू भगवानपुरिया को पंजाब की बठिंडा जेल से असम की सिलचर जेल में भेजा गया है. नारकोटिक्‍स कंट्रोल ब्‍यूरो ने पीआईटीएनडीपीएस अधिनियम, 1988 के तहत यह कार्रवाई की है. भगवानपुरिया के खिलाफ 100 से ज्‍यादा गंभीर मामले दर्ज हैं. खुफिया जानकारी और गहन जांच के आधार पर एनसीबी ने अपराधियों के जेल से अपराधों के संचालन को रोकने के लिएए उनका नेटवर्क खत्‍म करने की रणनीति अपनाई है. इसी के मद्देनजर यह कार्रवाई की गई है. पिछले दिनों कुछ अन्‍य कुख्‍यात बदमाशों को भी अन्‍य जेलों में भेजा गया है. 

कौन है जग्‍गू भगवानपुरिया? 

जग्‍गू भगवानपुरिया एक कुख्‍यात अपराधी और ड्रग तस्‍कर है. पंजाब के गुरदासपुर का रहने वाले जग्‍गू के खिलाफ 2012 से 128 मामले दर्ज हैं. इनमें हाई प्रोफाइल हत्‍या, जबरन वसूली, आर्म्स एक्ट और 12 एनडीपीएस एक्ट से जुड़े मामले दर्ज हैं. इसके साथ ही भगवानपुरिया मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्‍याकांड का भी आरोपी है. 

इसके साथ ही भारत, कनाडा, अमेरिका और पाकिस्तान में फैले अंतरराष्ट्रीय ड्रग और हथियार तस्करी नेटवर्क से जुड़े होने के भी आरोप हैं. भगवानपुरिया पंजाब की हाई-सिक्योरिटी जेल से मोबाइल फोन के जरिये अपराध संचालित करता रहा है. उसे पीआईटीएनडीपीएस एक्ट के तहत आज ही सिलचर जेल भेजा गया है. 

इन अपराधियों पर भी हुई कार्रवाई 

अक्षय छाबड़ा और जसपाल गोल्डी 

  • अक्षय छाबड़ा और जसपाल गोल्डी पंजाब जेल में रहते हुए भी अपराध कर रहे थे. 
  • अक्षय पर 3 नए NDPS के मामले और जसपाल गोल्डी पर 1 नया NDPS मामला दर्ज हुआ.
  • दोनों का असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में ट्रांसफर किया गया है. 
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बलविंदर सिंह उर्फ बिल्ला हवेलियां 

  • बलविंदर सिंह उर्फ बिल्ला हवेलियां 1992 से सक्रिय अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर है. 
  • पाकिस्तान से ड्रग तस्करी नेटवर्क चलाता था. 
  • 13 अगस्त 2024 को डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल भेजा गया. 

जहांनारा बेगम और सहयोगी (इंसान लस्कर, मनुयारा बीबी शेख, अर्जुन मन्ना) 

  • यह सभी आरोपी पश्चिम बंगाल से गांजा तस्करी सिंडिकेट का संचालन कर रहे थे. 
  • 5 सितंबर 2024 को झारखंड के हजारीबाग में स्थित जयप्रकाश नारायण सेंट्रल जेल भेजा गया. 

सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति

केंद्र सरकार की अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है. खुफिया जानकारी और गहन जांच के आधार पर एनसीबी ने अपराधियों के जेल से अपराध संचालित करने के नेटवर्क को खत्म करने की रणनीति अपनाई है. साथ ही नशा मुक्त भारत 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में एनसीबी लगातार काम कर रही है. हाल ही में 12 अलग-अलग मामलों में 29 नशा तस्करों को सजा दिलाई गई है. 



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