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ताइवान में आए 25 साल के भीषण भूकंप में लापता 2 भारतीय सुरक्षित: केंद्र सरकार

नई दिल्ली:

ताइवान में 3 अप्रैल को आए 25 साल के सबसे भीषण भूकंप (Taiwan Earthquake) में कम से कम 10 लोगों की जान चली गई और 700 से ज्यादा लोग घायल हो गए. इस दौरान कई लोग लापता बताए जा रहे हैं, जिनमें दो भारतीय भी शामिल थे. हालांकि दोनों भारतीय पूरी तरह से सुरक्षित हैं, ये जानकारी विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को दी. उन्होंने कहा कि ताइवान में आए तेज भूकंप के बाद पहले लापता बताए गए दो भारतीय सुरक्षित हैं.

ताइवान भूकंप के बाद लापता भारतीय सुरक्षित

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा, “भूकंप के बाद दो लोगों से हम संपर्क स्थापित नहीं कर पाए, लेकिन अब संपर्क स्थापित कर लिया है, दोनों सुरक्षित हैं.” बता दें कि ताइवान में 7.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जो 25 सालों में ताइवान में आया अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप था. इस भूकंप में कई बिल्डिंग डैमेज हो गई. ताइवान में आए भूकंप के झटके जापान और फिलीपींस में भी महसूस किए गए. 

भूकंप में एक दर्जन से ज्यादा लोग लापता

ताइवान में आए भूकंप में एक दर्जन से ज्यादा लापता लोगों की तलाश अभी भी जारी है. सामने आए वीडियो में इमारतें हिलती हुई देखी गईं, भूकंप के दौरान पुल हिल रहे थे और लोग छिपने के लिए इधर-उधर भाग रहे थे. भीषण भूकंप की वजह से कई इमारतें झुक गईं और कई ढह गईं. भूकंप की वजह से जापान और फिलीपींस में सुनामी की चेतावनी भी जारी कर दी गई. रात भर  हुआलिएन में भूकंप के दर्जनों झटके महसूस किए गए, जिनमें से कुछ झटके 150 किमी दूर ताइपे में महसूस किए गए. सुरक्षा के तहत स्कूलों को भी खाली करा लिया गया. 

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 ताइवान भूकंप का केंद्र कहां था?

भारतीय समय के मुताबिक, ताइवान में बुधवार सुबह 5:30 बजे (समयानुसार सुबह 8:00 बजे)  भूकंप के झटके महसूस किए गए. संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र ताइवान के हुलिएन शहर से 18 किलोमीटर (11 मील) दक्षिण में 34.8 किलोमीटर की गहराई पर बताया है. बता दें कि साल 2016 में, दक्षिणी ताइवान में आए भूकंप में 100 से अधिक लोग मारे गए थे, जबकि 1999 में आए भूकंप में 2,000 से अधिक लोगों की जान चली गई थी. 

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