लेबनान में इजरायल के हवाई हमलों में 6 की मौत, 28 घायल

बेरूत/यरूशलम:
लेबनान के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, पूर्वी और दक्षिणी लेबनान को निशाना बनाकर किए गए ताजा इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 6 लोग मारे गए हैं. जबकि 28 अन्य घायल हुए हैं. लेबनान के सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकालीन संचालन केंद्र ने शनिवार शाम को बताया कि दक्षिणी लेबनान में, इजरायली हवाई हमलों ने टायर शहर के साथ-साथ कई घाटियों और गांवों को निशाना बनाया, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई और 22 घायल हो गए. साथ ही, पूर्वी लेबनान में हुए हमलों में छह लोग घायल हो गए.
इस बीच, एक लेबनानी सुरक्षा सूत्र ने सिन्हुआ समाचार एजेंसी को बताया कि इजरायल ने शनिवार शाम तक 15 हवाई हमले किए हैं. सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा कि इजरायली वायु सेना ने लेबनान में हिजबुल्लाह कमांड सेंटर, बुनियादी ढांचे की साइटों, आतंकवादियों, रॉकेट लांचरों और एक हथियार भंडारणों को निशाना बनाया.
यह घटना इजरायल और लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह के बीच युद्धविराम के बावजूद हुई. यह युद्धविराम 27 नवंबर, 2023 से प्रभावी हुआ था और इसने गाजा संघर्ष से जुड़ी शत्रुता को समाप्त किया था. हालांकि, विवादित लेबनानी क्षेत्र से इजरायल की वापसी को लेकर मतभेद अब भी बने हुए हैं, और लेबनानी अधिकारियों का कहना है कि इजरायली सेना 18 फरवरी की समय सीमा के बाद भी पांच सीमा चौकियों पर कब्ज़ा जमाए हुए है.
हिजबुल्लाह के बुनियादी ढांचे पर हमला
इजरायली सेना ने हवाई हमलों के बाद एक बयान जारी करते हुए कहा, “हमने हिजबुल्लाह के बुनियादी ढांचे पर हमला किया, जो नागरिक क्षेत्रों से काम करता है और यह ईरान समर्थित समूह है.” इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने इस हमले का “कड़ा जवाब” देने की कसम खाई और कैट्ज ने जोर देते हुए कहा, “लेबनान की सरकार अपनी धरती से उत्पन्न होने वाले सभी आक्रमणों के लिए जिम्मेदार है.”
लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (यूएनआईएफीएल) ने संयम बरतने का आह्वान किया और चेतावनी दी कि आगे की कार्रवाई से कूटनीतिक लाभ कम हो सकता है. शनिवार को रॉकेट दागे जाने की यह घटना दिसंबर की शुरुआत के बाद से लेबनान की ओर से पहली ऐसी घटना थी. इजरायल और हिजबुल्लाह दोनों ने युद्ध विराम के उल्लंघन के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराया है, और यह युद्ध विराम तकनीकी रूप से बरकरार है, लेकिन छिटपुट झड़पों और अनसुलझे सीमा विवादों के कारण तनावपूर्ण बना हुआ है.