छत्तीसगढ़ में तीन लोकसभा सीट पर 73.39 प्रतिशत मतदान; चुनाव ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी ने जान दी
राज्य के तीनों लोकसभा क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान हुआ, लेकिन गरियाबंद जिले में चुनाव ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी ने खुद को गोली मारकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली.
राज्य में नक्सलियों की उपस्थिति वाले राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर लोकसभा क्षेत्रों में आज सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ. इन क्षेत्रों के नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों पर दोपहर बाद तीन बजे तथा अन्य मतदान केंद्रों में शाम छह बजे तक मतदान हुआ. एक निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि तीनों सीट पर 73.39 प्रतिशत मतदान हुआ.
उन्होंने बताया कि कांकेर लोकसभा क्षेत्र के आठ विधानसभा क्षेत्रों में से अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, केशकाल और कांकेर विधानसभा क्षेत्रों में मतदान दोपहर बाद तीन बजे समाप्त हो गया जबकि सिहावा, संजारी-बालोद, डौंडीलोहारा और गुंडरदेही में मतदान शाम छह बजे खत्म हुआ.
उनके मुताबिक राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में मानपुर-मोहला विधानसभा क्षेत्र में मतदान दोपहर बाद तीन बजे तथा सात अन्य विधानसभा क्षेत्रों में शाम छह बजे समाप्त हुआ.
निर्वाचन अधिकारी का कहना था कि बिंद्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के नौ संवेदनशील मतदान केंद्रों को छोड़कर, महासमुंद लोकसभा क्षेत्र में शाम छह बजे तक मतदान हुआ. संवेदनशील मतदान केंद्रों में दोपहर बाद तीन बजे मतदान समाप्त हुआ.
अधिकारियों ने बताया कि अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित कांकेर सीट पर 74.92 प्रतिशत, महासमुंद में 71.42 प्रतिशत और राजनांदगांव में 73.90 प्रतिशत मतदान हुआ.
उन्होंने बताया कि मतदान का आंकड़ा बढ़ सकता है क्योंकि कई मतदान केंद्रों से अंतिम आंकड़े प्राप्त नहीं हुए हैं.
2019 के लोकसभा चुनाव में, कांकेर लोकसभा सीट पर 74.27 प्रतिशत, महासमुंद में 74.51 प्रतिशत और राजनांदगांव में 76.04 प्रतिशत मतदान हुआ था.
मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने कबीरधाम जिले में तथा राजनांदगांव क्षेत्र के भाजपा के उम्मीदवार संतोष पांडेय ने राजनांदगांव जिले में मतदान किया.
भाजपा उम्मीदवार रूपकुमारी चौधरी ने महासमुंद सीट के हर्राटार गांव में और भाजपा उम्मीदवार भोजराज नाग और उनकी पत्नी ने कांकेर सीट के तहत अंतागढ़ में वोट डाला. राज्यसभा सदस्य फूलो देवी नेताम ने कोंडागांव जिले के फरसगांव में मतदान किया.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चुनाव ड्यूटी पर तैनात मध्य प्रदेश विशेष सशस्त्र बल के एक जवान ने महासमुंद लोकसभा क्षेत्र में गरियाबंद जिले के एक सरकारी स्कूल में अपनी सर्विस राइफल से कथित तौर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली.
आज के मतदान में नए और पुराने मतदाताओं ने उत्साह के साथ भाग लिया. कई स्थानों में विवाह से पहले दुल्हे और दुल्हनों ने मतदान में हिस्सा लिया तथा आकर्षण का केंद्र बनें.
चुनाव के दौरान विवाह के मौसम को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने बालोद जिले के सिवनी गांव में एक मतदान केंद्र को विवाह मंडप के रूप में सजाया था.
राजनांदगांव लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि उन्हें शिकायतें मिली हैं कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों पर उनकी तस्वीरें उनके प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में छोटी और अस्पष्ट हैं.
अपने ‘एक्स’ हैंडल पर एक पोस्ट में, बघेल ने कहा, ”लोकसभा के मतदाता फोन करके शिकायत कर रहे हैं कि ईवीएम में बाकी प्रत्याशियों की फोटो बड़ी और स्पष्ट है लेकिन मेरी फोटो छोटी और अपेक्षाकृत अस्पष्ट है. फ़ोटो तो वैसी ही दी गई थी जैसी चुनाव आयोग ने मांगी थी. यह निष्पक्षता के निर्वाचन आयोग के दावों की कलई खोलता है. क्या यह षड्यंत्र पूर्वक किया गया है? लेकिन इससे परिणाम नहीं बदलने वाला है.”
एक अन्य पोस्ट में, बघेल ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के टेडेसरा गांव में एक मतदान केंद्र में प्रवेश करने से रोकने और उनके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया.
इस बीच भाजपा की राजनांदगांव जिला इकाई ने बघेल पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया.
भाजपा ने अपने बयान में कहा, ”बघेल ने 10 से अधिक वाहनों के काफिले के साथ पूरे दिन राजनांदगांव निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया और दुर्ग, भिलाई एवं रायपुर के कई लोगों के साथ मतदान केंद्र में प्रवेश करते रहे. जब बघेल टेडेसरा में सैकड़ों लोगों के साथ मतदान केंद्र में प्रवेश कर रहे थे, तो महिलाओं सहित भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस पर आपत्ति जताई और उन्हें केवल अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ प्रवेश करने के लिए कहा. इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर महिलाओं और भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया.”
भाजपा ने कहा है, ”भाजपा इस तरह के कृत्यों की कड़ी निंदा करती है और चुनाव आयोग तथा प्रशासन से इस पर सख्त कार्रवाई की मांग करती है. पार्टी नेताओं ने चुनाव अधिकारी और लोकसभा पर्यवेक्षक को एक ज्ञापन सौंपकर इस पर कार्रवाई की मांग की है.”
तीन लोकसभा क्षेत्रों में कुल 41 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच होने की संभावना है. ये तीनों लोकसभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं.
अधिकारियों ने बताया कि तीनों निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 52,84,938 मतदाता हैं जिनमें से 26,05,350 पुरुष तथा 26,79,528 महिला मतदाता हैं. इन क्षेत्रों में तीसरे लिंग के 60 मतदाता पंजीकृत हैं.
छत्तीसगढ़ की सभी 11 लोकसभा सीट के लिए तीन चरण में मतदान हो रहा है. नक्सल प्रभावित बस्तर (अजजा) निर्वाचन क्षेत्र में 19 अप्रैल को पहले चरण के दौरान मतदान हुआ था. शेष सात सीट पर सात मई को अंतिम चरण के दौरान मतदान होगा.
राजनांदगांव सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद संतोष पांडेय और पूर्व मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस के मौजूदा विधायक भूपेश बघेल के बीच मुकाबला है.
सत्ताधारी भाजपा ने महासमुंद और कांकेर सीट पर अपने मौजूदा सांसदों के टिकट काट कर क्रमशः रूपकुमारी चौधरी और भोजराज नाग को मैदान में उतारा है. चौधरी और नाग पूर्व विधायक हैं.
कांग्रेस ने महासमुंद में राज्य के पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और कांकेर सीट पर बीरेश ठाकुर को मैदान में उतारा है. ठाकुर 2019 का लोकसभा चुनाव कांकेर सीट पर भाजपा उम्मीदवार से हार गए थे.
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की नौ लोकसभा सीट पर और कांग्रेस ने दो सीट पर जीत दर्ज की थी.
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