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83,00,00,00,00,000 रुपये के क्रिप्टो फ्रॉड का आरोपी केरल से गिरफ्तार, अमेरिका में था वांटेड

इकाई, दहाई, सैकड़ा, हजार, दस हजार, लाख, दस लाख, करोड़, दस करोड़, अरब, दस अरब, खरब, दस खरब… किसी भी नंबर के आगे पड़े शून्य की गिनती का यह फॉर्मूला बचपन में स्कूलों में पढ़ाया गया था. लेकिन आज इसकी जरूरत तब पड़ी, जब केरल से क्रिप्टो फ्रॉड के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया. दरअसल क्रिप्टो फ्रॉड के जिस आरोपी को गिरफ्तार किया गया, उस पर   83,00,00,00,00,000 रुपये के क्रिप्टो फ्रॉड का मामला है. 

लिथुआनिया का रहने वाला है आरोपी

गिरफ्तार आरोपी की पहचान एलेक्सेज बेसिओकोव (Aleksej Besciokov) के रूप में हुई है. एलेक्सेज लिथुआनिया का रहने वाला है. धोखाधड़ी के मामले में नाम आने के बाद वह अमेरिका से फरार हो गया था. जिसे अब केरल से गिरफ्तार किया गया है. 

गारंटेक्स के जरिए की धोखाधड़ी 

एलेक्सेज बेसिओकोव पर आरोप है कि उसने रैनसमवेयर, कंप्यूटर हैकिंग और नशीले पदार्थों के लेन-देन जैसी आपराधिक गतिविधियों की आय को लूटने के लिए एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज ‘गारंटेक्स’ (Garantex) की स्थापना की थी. बेसिओकोव को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह देश से भागने की योजना बना रहा था.

96 बिलियन डॉलर की मनी लॉन्ड्रिंग

यूएस सीक्रेट सर्विस के दस्तावेजों के अनुसार, बेसिओकोव ने लगभग छह साल तक गारंटेक्स को संचालित किया था. जिसने आतंकवादी संगठनों सहित कई अंतरराष्ट्रीय आपराधिक संगठनों द्वारा क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन में कम से कम $96 बिलियन डॉलर की मनी लॉन्ड्रिंग की. 

आंतकवाद और मादक पद्वार्थों की तस्करी में भी यूज 

यूएस सीक्रट सर्विस से मिली जानकारी के अनुसार, “गारंटेक्स ने आपराधिक आय में करोड़ों डॉलर प्राप्त किए और इसका उपयोग हैकिंग, रैनसमवेयर, आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी सहित विभिन्न अपराधों को सुविधाजनक बनाने के लिए किया गया, जिसका अक्सर अमेरिकी पीड़ितों पर काफी प्रभाव पड़ता है.”

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अधिकारियों ने बताया कि बेसियोकोव गारेंटेक्स का प्राथमिक तकनीकी प्रशासक था और प्लेटफॉर्म के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को प्राप्त करने और बनाए रखने के साथ-साथ लेनदेन की समीक्षा और अनुमोदन के लिए जिम्मेदार था.

2022 में अमेरिका में किया गया था प्रतिबंधित

वह कई आरोपों में अमेरिका द्वारा वांछित था, जिसमें यूएस कोड के शीर्षक 18 का उल्लंघन करके मनी लॉन्ड्रिंग करने की साजिश, यूएस इंटरनेशनल इमरजेंसी इकोनॉमिक पॉवर्स एक्ट का उल्लंघन करने की साजिश और बिना लाइसेंस के मनी सर्विसेज बिजनेस चलाने की साजिश शामिल है. अप्रैल 2022 में अमेरिका ने उस पर प्रतिबंध लगा दिया था.

CBI और केरल पुलिस की ज्वाइंट ऑपरेशन में गिरफ्तारी

इस सप्ताह की शुरुआत में विदेश मंत्रालय को अमेरिकी अधिकारियों के अनुरोध पर एक अतंरिम गिरफ्तारी वारंट मिला. इसके बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और केरल पुलिस के संयुक्त प्रयास से बेसियोकोव को केरल के तिरुवनंतपुरम से गिरफ्तार किया गया.



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