एक्टर दर्शन और उनके साथियों ने रेणुका स्वामी को डंडे से था पीटा, बिजली के झटके भी दिए
बेंगलुरु:
एक्ट्रेस पवित्रा गौड़ा और दर्शन थोगुदीपा के 17 साथियों ने रेणुका स्वामी की हत्या की साजिश रची थी. 33 वर्षीय रेणुका स्वामी ने कथित तौर पर पवित्रा को आपत्तिजनक मैसेज भेजे थे और इसके कुछ दिन बाद वह कर्नाटक के बेंगलुरु में मृत पाया गया था. पुलिस ने The Hindkeshariद्वारा देखी गई रिमांड कॉपी में इसकी जानकारी दी है. पुलिस का मानना है कि रेणुका स्वामी को डंडों से मारा गया था और फिर उसे बांध कर बिजली के झटके भी दिए गए थे.
पुलिस का यह भी मानना है कि मामले के दूसरे आरोपी दर्शन ने इस जघन्य अपराध की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में शामिल चार लोगों को 50 लाख रुपये का भुगतान किया होगा, जिसमें रेणुका स्वामी को चित्रदुर्ग से 200 किलोमीटर दूर बेंगलुरु लाने की भी व्यवस्था की गई थी.
इसके साथ ही पुलिस का यह भी मानना है कि दर्शन ने प्रदोष (पवन का सहयोगी) को 30 लाख रुपये का भुगतान किया था. प्रदोष को अपहरण और हत्या के सभी पहलुओं को संभालने के साथ-साथ शव को ठिकाने लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. इसके अलावा निखिल और केशवमूर्ति को हत्या और शव को ठिकाने लगाने में उनकी भूमिका के लिए 5-5 लाख रुपये दिए गए थे.
साथ ही झूठे बयान देने और दर्शन और पवित्रा और अन्यों की जगह जेल जाने के लिए दो शख्स – राघवेंद्र और कार्तिक के परिवारों को 5 लाख रुपये दिए गए थे.
किस वजह से की गई रेणुका स्वामी की हत्या
फार्मेसी कंपनी में काम करने वाले रेणुका स्वामी ने कथित तौर पर पवित्रा गौड़ा को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक मैसेज भेजे थे. बता दें कि पवित्रा गौड़ा, एक्टर दर्शन की को स्टार और करीबी दोस्त भी हैं. पुलिस सुत्रों ने पीटीआई को बताया कि पवित्रा ने दर्शन थोगुदीपा को उनकी ओर से कदम उठाने के लिए उकसाया था.
रेणुका स्वामी की हत्या के 72 घंटे
पुलिस का दावा है कि रेणुका स्वामी को 8 जून को चित्रदुर्ग से किडनैप किया गया था. कथित तौर पर अभिनेता के फैन राघवेंद्र ने टैक्सी का इंतजाम किया था और अन्य आरोपी रविशंकर टैक्सी में रेणुका को बेंगलुरु लाया था और उसे कामाक्षीपाल्या क्षेत्र में एक शेड में छोड़ दिया था.
रवि ने इस कथन का खंडन किया है, जिसमें कहा गया है कि आरोपियों ने रेणुका स्वामी को दर्शन से मिलने के बहाने उनके साथ बेंगलुरु आने के लिए “मजबूर” किया था, ताकि वो सोशल मीडिया पोस्ट पर हुए विवाद पर चर्चा कर सकें. रवि ने 10 जून को आत्मसमर्पण कर दिया था क्योंकि उसे ऐसा करने के निर्देश दिए गए थे.
उसके अलावा तीन अन्य लोगों ने भी उसी दिन आत्मसमर्पण किया था, जिन्हें दर्शन द्वारा पैसे दिए गए थे. चारों ने पहले रेणुका स्वामी के अपहरण और हत्या के लिए खुद को जिम्मेदार बताया था लेकिन जब वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, सहायक पुलिस आयुक्त चंदन कुमार ने उनसे पूछताछ की तो उन्होंने हत्या से जुड़ी सब चीजें बता दीं.
बाद में चारों ने दर्शन थोगुदीपा और पवित्रा गौड़ा को मास्टरमाइंड बताया और कहा कि उन्हें जो लाखों रुपये दिए गए थे, उनमें से एक शर्त यह थी कि वो एक्टर दर्शन का नाम उजागर नहीं करेंगे. चारों ने इस अटकल की भी पुष्टि की कि इसका कारण कई सोशल मीडिया मैसेज थे, जिनमें से कई में कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणियां थीं, जिन्हें रेणुका स्वामी ने पवित्रा गौड़ा के लिए की थी.
रेणुका स्वामी का शव 9 जून को नाले के पास मिला था जहां एक फूड डिलिवरी एजेंट ने उसे देखा और शव को नोच रहे जंगली कुत्तों को वहां से भगाया.
शेड में रेणुका स्वामी के साथ क्या हुआ?
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि उसकी मौत सदमे और सिर तथा पेट पर लगी चोटों से आंतरिक रक्तस्राव के कारण हुई है. पुलिस ने दर्शन द्वारा कोड़े मारने के लिए इस्तेमाल की गई चमड़े की बेल्ट भी जब्त कर ली है. पोस्टमार्टम से यह भी पता चला कि स्वामी को पहले सिर के बल एक खड़े ट्रक में टक्कर मारी गई थी.
रेणुका स्वामी हत्याकांड में अब तक के सबूत
पुलिस ने उस शेड से खून के धब्बे के नमूने बरामद किए हैं, जहां रेणुका स्वामी को प्रताड़ित कर उसकी हत्या की गई होगी, साथ ही उसके बालों के कुछ हिस्से और कैब से एक अज्ञात तरल पदार्थ भी बरामद किया है. शेड के आसपास के क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी मौजूद है. इस सीसीटीवी में प्रदोष का चेहरा भी दिख रहा है, जिसे कथित तौर पर चुप रहने के लिए 30 लाख रुपये दिए गए थे. साथ ही रेणुका स्वामी को चित्रदुर्ग से बेंगलुरु ले जाने वाली टैक्सी के टोल बूथों से गुजरने की भी सीसीटीवी क्लिप मौजूद है.
शेड के पास से सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर पुलिस को दो कारें मिलीं. हत्या की रात दो कारों को भागते हुए देखा गया था. ऐसे में कम से कम एक कार अभिनेता दर्शन से जुड़ा हुआ है. एक कार – जो रेणुका स्वामी को बेंगलुरु लेकर आई थी – बाद में चित्रदुर्ग जिले के अय्यानहल्ली गांव में मिली. रेणुका स्वामी के कपड़े तथा दर्शन और गौड़ा द्वारा पहने गए कपड़े भी जब्त कर लिए गए हैं.
कर्नाटक सरकार की प्रतिक्रिया
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने पुलिस को जांच पूरी करने और आरोपियों पर सफलतापूर्वक मुकदमा चलाने के लिए समर्थन दिया है, और साथ ही उन्होंने दर्शन थोगुदीपा और पवित्रा गौड़ा को जेल में स्पेशल ट्रीटमेंट दिए जाने के दावों का भी खंडन किया है. जब उनसे मामले को सीबीआई को सौंपने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “हमारे पुलिसकर्मियों ने अच्छा काम किया है. वे दबाव में नहीं आए… इसलिए मामले को सीबीआई को सौंपने की कोई जरूरत नहीं है.”
उन्होंने कहा, “इस मामले में किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए. मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मैंने मीडिया रिपोर्ट्स देखी हैं. ऐसा नहीं होना चाहिए था लेकिन ऐसा हुआ है… लेकिन हम किसी के दबाव में नहीं आएंगे”.
जी परमेश्वर ने यह भी कहा कि पुलिस यह तय करेगी कि अभिनेता दर्शन “आदतन अपराधी” है या नहीं, उन्होंने 2011 के एक मामले का हवाला दिया जिसमें उन्हें अपनी पत्नी पर हमला करने और धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था और दंपति ने दावा किया कि उन्होंने मामले को सुलझा लिया है और फिर उनकी पत्नी ने मामला वापस ले लिया था.