एडल्ट स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स ने कोर्ट में ट्रंप की खोलकर रख दी पूरी डर्टी पिक्चर, जानें क्या-क्या कहा
एडल्ट स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ अदालत में गवाही दी. स्टॉर्मी डेनियल्स ने न्यूयॉर्क कोर्ट को बताया, “जब मैंने बाहर आने के लिए बाथरूम का दरवाजा खोला, तो मिस्टर ट्रंप बेडरूम में आ गए थे.” इस दौरान ट्रंप ने डेनियल्स की गवाही को बड़े ही ध्यान से सुना. जज जुआन मर्चेन ने बचाव पक्ष की बार-बार आपत्तियों के बाद डेनियल्स को “सिर्फ़ सवालों के जवाब देने” का आदेश दिया, जिनमें से कई को उन्होंने सही ठहराया.
यह भी पढ़ें
मंगलवार को देर से जारी एक ट्रायल ट्रांसक्रिप्ट के अनुसार, मर्चेन ने कहा कि इससे गवाह को डराने की संभावना थी, उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति के वकीलों को अपने मुवक्किल के व्यवहार को शांत करने का आदेश दिया. डेनियल्स ने फिर कई आरोपों का खुलासा किया. डेनियल्स ने याद किया कि ट्रंप से उनकी मुलाकात 2006 में तब हुई थी, जब ट्रंप ने गोल्फ़ टूर्नामेंट में उसके साथ डिनर करने का आग्रह किया था. जब वह पेंटहाउस एलिवेटर से पहुंची, तो ट्रंप ने रेशम या साटन के पजामे में उसका स्वागत किया.
डेनियल्स ने कहा, “तब मुझे कहा कि अभी थोड़ा जल्दी है, शायद हम थोड़ी बात कर सकें और एक-दूसरे को जान सकें.” तब ये भी पूछा कि क्या उसका कोई बॉयफ्रेंड है, साथ ही पोर्न इंडस्ट्री की अर्थव्यवस्था और इस काम में बीमारी के जोखिम पर भी बात की. डेनियल्स ने अदालत को बताया, “मैंने कहा कि हर 30 दिन में हमारा टेस्ट किया जाता है,” डेनियल्स ने कहा कि उनकी लंबी बातचीत में ट्रंप की पत्नी मेलानिया के बारे में बात हुई. जिसमें ट्रंप ने कहा कि “हम वास्तव में एक कमरे में भी नहीं सोते.” डेनियल्स ने कहा, “मुझे कहा गया कि मैं उनकी बेटी की याद दिलाती हूं क्योंकि वह स्मार्ट और गोरी है.”
डेनियल्स का असली नाम स्टेफ़नी क्लिफ़ोर्ड है. अभियोक्ता यह साबित करना चाहते थे कि ट्रंप ने कथित यौन संबंधों का खुलासा ना करने के लिए डेनियल को पैसे दिए थे. डेनियल्स ने कहा कि जब वे जल्दी से कपड़े पहन रही थीं तो उनके हाथ कांप रहे थे. वहीं ट्रंप के वकीलों ने गलत मुकदमे की मांग करते हुए कहा कि डेनियल्स की गवाही का पूर्व राष्ट्रपति पर लगे धोखाधड़ी के आरोपों से कोई लेना-देना नहीं है. जज ने अनुरोध को अस्वीकार कर दिया, लेकिन कहा “मैं सहमत हूं कि कुछ बातें ऐसी थीं जिन्हें अनकहा ही रहने देना बेहतर था.”
ये भी पढ़ें : POK हमेशा से भारत का अभिन्न अंग, अब राष्ट्रीय चेतना में वापस आ गया है : विदेश मंत्री एस जयशंकर