आखिर हेमंत सोरेन के खिलाफ ED को ऐसा क्या सबूत मिला जो आ गई गिरफ्तारी की नौबत

Hemant Soren: हेमंत सोरेन गिरफ्तारी के खिलाफ पहुंचे सुप्रीम कोर्ट
Hemant Soren case: झारखंड की राजधानी रांची में सेना की जमीन घोटाला मामले में हेमंत सोरेन (Hemant Soren) को सात घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने बुधवार को अरेस्ट कर लिया. गिरफ़्तारी से पहले हेमंत सोरेन ने बुधवार शाम को ही राजभवन जाकर सीएम पद से अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया था. बाद में राजभवन से ही ईडी अधिकारी उन्हें पीछे वाले गेट से निकालकर ले गए. इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर ईडी के पास ऐसा क्या सबूत है, जो हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की नौबत आ गई. हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित घर से ईडी के हाथ जो नए दस्तावेज, 36 लाख कैश और बीएमडब्ल्यू कार लगी, उसने भी हेमंत सोरेन की मुश्किलें और बढ़ा दी. इसके अलावा जानकारी ये भी मिली है कि ईडी के पास डायरी और कुछ अहम दस्तावेज भी हैं.
अपनी कहकर ऐसे बेची गई सेना की जमीन….
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ईडी की जांच में ये बात सामने आई कि सेना की जमीन का असली मालिक प्रदीप बागची को दिखाने के लिए लैंड माफियाओं और नौकरशाहों ने मिलकर काम किया. इसके लिए फर्जी दस्तावेज बनाकर इसे 1932 का दिखाया गया. इसी में प्रदीप बागची को मालिक दिखाकर लिखा गया था कि ये जमीन प्रफुल्ल बागची ने सरकार से खरीदी. फिर 90 साल बाद 2021 में प्रफुल्ल बागची के बेटे प्रदीप ने कोलकाता की जगतबंधु टी स्टेट लिमिटेड को बेची. टी एस्टेट के डायरेक्टर दिलीप घोष हैं, लेकिन जब ईडी ने जांच की तो पता चला कि जमीन अमित अग्रवाल नाम के व्यक्ति को मिली. ईडी दिलीप घोष और अमित अग्रवाल को अरेस्ट कर चुकी है. वहीं अमित अग्रवाल वही व्यक्ति हैं, जिन्हें कथित तौर पर सीएम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का करीबी बताया जाता है.
ये है 600 करोड़ का घोटाला, 14 हो चुके हैं पहले गिरफ्तार
करीब 600 करोड़ के इस घोटाले में सरकारी जमीन का मालिकाना हक बदलकर उसे बिल्डरों को बेच दिया गया. ईडी इस मामले में रांची के पूर्व डीसी आईएएस अफसर छवि रंजन समेत 14 लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, जिनके नाम हैं प्रदीप बागची, अफसर अली, तल्हा खान, सद्दाम हुसैन, इम्तियाज अहमद, फैयाज खान, छवि रंजन, भानू प्रताप प्रसाद, दिलीप घोष, अमित अग्रवाल, राजेश राय, विष्णु अग्रवाल, प्रेम प्रकाश और भरत प्रसाद.
अवैध खनन घोटाले में भी ईडी की रडार पर ऐसे आए सोरेन
बता दें कि हेमंत सोरेन कथित अवैध खनन घोटाले में भी ईडी की नजर में हैं. इस मामले में ईडी ने 2022 में पंकज मिश्रा को अरेस्ट किया था, जो सोरेन के करीबी बताए जाते हैं. छापेमारी के दौरान पंकज मिश्रा के घर से सोरेन की बैंक पासबुक और साइन की हुई चेकबुक मिली थी. ईडी ने दावा किया था कि मिश्रा के घर से एक सीलबंद लिफाफा भी मिला, जिसमें पासबुक, दो चेक बुक और दो साइन किए चेक मिले. सब हेमंत सोरेन के थे.
सोशल मीडिया पर हेमंत सोरेन ने दिया ये संदेश
बता दें कि रांची की विशेष अदालत में हेमंत सोरेन को ED आज पेश करेगी. दूसरी तरफ गिरफ्तारी के खिलाफ हेमंत सोरेन सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर चुके हैं, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी. इससे पहले गिरफ़्तारी के बाद हेमंत सोरेन की तरफ़ से सोशल मीडिया एक्स पर संदेश जारी किया गया कि. यह एक विराम है… जीवन महासंग्राम है.. हर पल लड़ा हूं… हर पल लड़ूंगा… पर समझौते की भीख मैं लूंगा नहीं…. इस बीच सोरेन की गिरफ़्तारी के विरोध में आदिवासी संगठनों ने आज झारखंड बंद का ऐलान किया है.