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आखिर लद्दाख में 5 नए जिले बनने से इतने खुश क्यों हैं सोनम वांगचुक

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सोमवार को केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख (Ladakh) में पांच नए जिले बनाने की घोषणा की. इस पर स्थानीय लोगों के साथ-साथ सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) ने भी खुशी जताई है. सोनम वांगचुक कई महीनों से केंद्र सरकार से नाराज थे. मगर आज सोनम वांगचुक ने वीडियो जारी कर पीएम मोदी और अमित शाह को खूब बधाई दी और बताया कि आखिर क्यों 2019 में केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद वह भी लद्दाख की जनता के साथ-साथ केंद्र सरकार से नाराज हो गए थे.

क्या कहा सोनम ने?

सोनम वांगचुक ने कहा कि जांस्कर, द्रास, शाम, नुबरा और चांगथांग को जिला घोषित करने की मांग बहुत पुरानी थी और खासकर जांस्कर को लेकर तो बहुत पहले से मांग की जा रही थी. अब इससे लद्दाख के सभी क्षेत्रों का विकास हो सकेगा. 2019 में ये वादा लद्दाख के लोगों के साथ किया गया था. अब देखना ये है कि ये सिर्फ प्रशासनिक जिले होंगे या फिर स्वायत्त जिला परिषद (Autonomous District Council) वाले जिले. यह संविधान की छठी अनुसूची के तहत आता है और इसका वादा केंद्र सरकार ने 2019 में किया था. यह अगर छठी अनुसूची के तहत किया गया है तो विकास के साथ-साथ लद्दाख में लोकतंत्र की स्थापना भी होगी. जब लद्दाख को केंद्रशासित प्रदेश घोषित किया गया तो लोग बहुत खुश थे. उनको उम्मीद थी कि विधानसभा के साथ केंद्र शासित प्रदेश होगा. मगर ऐसा नहीं हुआ था. अब अगर संविधान की छठी अनुसूची के तहत स्वायत्त जिला परिषद की स्थापना की जाती है तो यह लोकतांत्रिक व्यवस्था होगी और लोग अपने हिसाब अपना विकास कर पाएंगे. अगर सच में केंद्र सरकार ने ऐसा फैसला किया है तो ये बहुत खुशी की बात है लेकिन अगर सिर्फ प्रशासनिक जिले बनाए गए हैं तो फिर हमारा आंदोलन जारी रहेगा. जाहिर सोनम वांगचुक को लग रहा है कि लद्दाख में एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया शुरू होगी और वहां का विकास वहीं के लोग करेंगे.   

अमित शाह ने क्या बताया?

इससे पहले अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार लद्दाख की जनता के वास्ते अपार अवसर सृजित करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि नये जिलों के निर्माण से सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाएं लोगों तक आसानी से पहुंचेंगी और अधिक से अधिक लोग इनसे लाभान्वित हो सकेंगे. वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लद्दाख में पांच नए जिलों के गठन की सराहना करते हुए इसे बेहतर शासन और समृद्धि की दिशा में एक कदम बताया. उन्होंने कहा कि जांस्कर, द्रास, शाम, नुबरा और चांगथांग पर अब अधिक ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिससे सेवाओं और अवसरों को लोगों के और करीब लाया जा सकेगा. उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘लद्दाख में पांच नए जिलों का निर्माण बेहतर शासन और समृद्धि की दिशा में एक कदम है.”

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गृह मंत्रालय ने क्या कहा?

इन पांच जिलों के गठन के बाद अब लद्दाख में लेह और करगिल को मिलाकर कुल सात जिले हो जायेंगे. गृह मंत्रालय के मुताबिक, अत्यंत कठिन और दुर्गम होने के कारण वर्तमान में जिला प्रशासन को जमीनी स्तर तक पहुंचने में कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था. मंत्रालय के मुताबिक, इन जिलों के गठन के बाद अब केंद्र सरकार और लद्दाख प्रशासन की सभी जनहित योजनाएं लोगों तक आसानी से पहुंच सकेंगी और अधिक से अधिक लोग उनका लाभ उठा सकेंगे. मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, पांच नए जिलों के गठन की ‘‘सैद्धांतिक स्वीकृति” देने के साथ ही गृह मंत्रालय ने लद्दाख प्रशासन को नए जिलों के गठन से संबंधित विभिन्न पहलुओं जैसे मुख्यालय, सीमाएं, संरचना और पदों के सृजन आदि के आंकलन के लिए एक समिति बनाने और उसे तीन महीने के अंदर रिपोर्ट सौंपने को कहा है. पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर को पांच अगस्त, 2019 को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित किया गया था. एक केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख और दूसरा जम्मू कश्मीर है. केंद्रशासित प्रदेश होने के नाते लद्दाख केंद्रीय गृह मंत्रालय के सीधे प्रशासनिक नियंत्रण में आता है. 



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