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डोनाल्ड ट्रंप के बिल्ली खाने वाले बयान के बाद एलन मस्क ने शेयर किया प्रवासी की बेटी का वीडियो, हुआ वायरल


नई दिल्ली:

दुनिया के सबसे अमीर शख्स और टेस्ला (Tesla), स्पेसएक्स (SpaceX) और माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट X (अतीत में ट्विटर) का मालिकाना हक रखने वाले व्यवसायी एलन मस्क (Elon Musk) ने X पर एक वीडियो शेयर किया है, जो पिछली सदी में हैती से अमेरिका आकर बसे एक शख्स की बेटी का बयान है, जिसमें वह बेहद बेबाकी से हैती के लोगों की दिक्कतों, आदतों, धार्मिक परम्पराओं और स्वभाव के बारे में बात कर रही है. इस वीडियो में वह साफ़-साफ़ बताती है कि उस देश (हैती) में रहने वाले लोग धार्मिक परम्पराओं और विवशताओं के चलते पालतू पशुओं को खाते हैं.

US प्रेज़िडेंशियल डिबेट में डोनाल्ड ट्रंप ने उठाया था मुद्दा

दरअसल, अमेरिका में परम्परागत रूप से राष्ट्रपति पद के लिए मतदान से पहले प्रत्याशी सार्वजनिक बहसों में हिस्सा लेते हैं, और प्रमुख मुद्दों पर सवाल-जवाब का सामना किया करते हैं. ऐसा ही एक आयोजन इस सप्ताह (10 सितंबर) भी हुआ था, जिसके दौरान डेमोक्रेट कमला हैरिस और रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप ने एक दूसरे को अनेक मुद्दों पर घेरा और दोनों नेताओं के बीच तीखी और गर्मागर्म बहस देखने को मिली. बहस के दौरान पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने दूसरे मुल्कों से आकर US में बसे प्रवासियों का मुद्दा उठाते हुए डेमोक्रेटिक पार्टी की नीतियों पर प्रहार किया था. डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया था कि US के स्प्रिंगफील्ड इलाके में आकर बसे प्रवासी लोग स्थानीय निवासियों के पालतू पशुओं (कुत्तों और बिल्लियों) को खा जाते हैं, और हैरानी जताई थी कि अमेरिका में यह सब कैसे हो रहा है.

डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे के बाद बहस के संचालकों में से एक डेवि़ड मुइर (David Muir) ने दावा किया था कि उनकी टीम ने इस आरोप की पुष्टि करने का प्रयास किया था, और स्थानीय प्रशासन ने इस प्रकार की किसी भी वारदात के होने से साफ़ इंकार कर दिया था.

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दरअसल, 2024 लीप वर्ष है, इसलिए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (US Presidential Election) का साल है. सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी बेहद नाटकीय घटनाक्रम के बाद मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर चुकी है, जिनका मुकाबला देश के 45वें राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) से होगा. हर बार की तरह नवंबर के पहले सोमवार के बाद वाले मंगलवार (5 नवंबर, 2024) को समूचे मुल्क में मतदान होगा. चुनाव परिणाम हमेशा की तरह जनवरी में घोषित किए जाएंगे, और नए राष्ट्रपति का शपथग्रहण समारोह 20 जनवरी, 2025 को होगा.

“मेरे पिता नहीं खाते थे पालतू पशुओं को…”

एलन मस्क ने जो वीडियो शेयर किया, उसे अब तक 4.5 करोड़ से ज़्यादा बार देखा जा चुका है. वायरल हुए इस वीडियो में दिख रही लड़की बताती है, “मेरे पिता अपनी किशोरावस्था में ’60 के दशक के अंतिम सालों में हैती से अमेरिका आए थे… मैं उन हालिया टिप्पणियों (जो राष्ट्रपति बहस के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कीं) के बारे में बात करना चाहती हूं, जो स्प्रिंगफ़ील्ड (ओहायो) में बसे हैती के लोगों के बारे में की गई हैं… सबसे पहले, मैं बताना चाहती हूं कि मैं और मेरे पिता अब अलग हो चुके हैं, लेकिन मैं उन्हें अपने बचपन में जानती थी… हज़ारों लोग हैती से आए थे, और अलग-अलग इलाकों में बस गए थे… मेरे पिता लोगों के पालतू पशुओं को नहीं खाते थे… मेरे पिता वूडू धर्म (Haitian Vodou Religion) का पालन भी नहीं करते थे… लेकिन मेरे पिता बताते थे, द्वीप (हैती) के अधिकतर लोग वूडू धर्म (Haitian Vodou Religion) का पालन करते थे…”

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वह आगे कहती है, “हैती के लोग बिल्लियां खाया करते थे, लेकिन उसके पीछे दो कारण थे… पहला कारण है ज़िन्दा रहने की कोशिश… चूंकि हैती समूचे पश्चिमी गोलार्द्ध का सबसे गरीब मुल्क है, इसलिए खाने-पीने के लिए उनके पास अमेरिका की तरह फूड बैंक या मैकडोनाल्ड जैसे रेस्तरां नहीं होते थे, जहां सस्ता या मुफ़्त खाना मिल सके…”

एलन मस्क द्वारा शेयर किए गए वीडियो में लड़की आगे कहती है, “अमेरिका के लोगों के लिए इन परम्पराओं पर भरोसा करना या ऐसी कल्पना करना भी बेहद मुश्किल है, लेकिन यह सच है…”

जानवरों को खा जाने की दूसरी वजह का ज़िक्र करते हुए लड़की कहती है, “दूसरी वजह है – वे (हैती वासी) अपने धर्म वूडू का पालन करने के लिए जानवरों की बलि चढ़ाया करते हैं… वे अलग-अलग वजहों से अपने देवताओं को इन जानवरों की बलि चढ़ाया करते हैं…”

फिर वह कहती है, “मैं निजी तौर पर मानती हूं कि वूडू राक्षसी प्रवृत्तियों वाला धर्म है… लेकिन इसका अर्थ यह हरगिज़ भी नहीं है कि उन लोगों से नफरत की जाए, क्योंकि इन लोगों के लिए प्रार्थनाएं किए जाने की ज़रूरत है…”

इसके बाद लड़की कहती है, “यह नस्ली भेदभाव नहीं होगा, अगर हम यह कबूल करें कि यह समस्या मौजूद है… जो वास्तव में हो रहा है, उस पर बात करना भी नस्ली भेदभाव नहीं होगा… स्प्रिंगफ़ील्ड (ओहायो) में बसे लोगों से पूछकर देखें, वे कहते हैं, यह वास्तव में हो रहा है… आप लोग वास्तव में इसकी जांच नहीं कर रहे हैं कि सचमुच ऐसा हो रहा है या नहीं, बस, सिर्फ़ (डोनाल्ड) ट्रंप का मज़ाक उड़ाना चाहते हैं कि वह दीवाने हैं, जो ऐसी बात कह रहे हैं…”

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अंत में वह कहती है, “आप इसके बारे में मज़ाक करना चाहते हैं, लेकिन सोचकर देखें, अगर ऐसा आपके साथ या आपके समुदाय में हो रहा होता, तो… यह तो किसी पालतू पशु को खाने से भी ज़्यादा बुरा है…”


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