प्रियंका गांधी को लेकर विवादित बयान पर फजीहत के बाद रमेश बिधूड़ी ने मांगी माफी, बोले- 'मेरा इरादा…'
नई दिल्ली:
Ramesh Bidhuri Controversial Statement: दिल्ली की कालकाजी विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) के एक बयान को लेकर जहां सियासी बयानबाजी तेज हो गई है, वहीं विवादित बयान को लेकर बिधूड़ी के तेवर भी नर्म पड़े हैं. बिधूड़ी ने अपने बयान के लिए माफी मांगी और कहा कि मेरे बयान पर कुछ लोग राजनैतिक लाभ के लिए सोशल मीडिया पर बयान दे रहे हैं. दरअसल, बिधूड़ी ने कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी को लेकर विवादित बयान दिया है, जिसके बाद से ही कांग्रेस उन पर लगातार हमलावर है. वहीं उनका यह बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
भाजपा प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “किसी संदर्भ में मेरे द्वारा दिये गये बयान पर कुछ लोग गलत धारणा से राजनैतिक लाभ के लिए सोशल मीडिया पर बयान दे रहे हैं. मेरा आशय किसी को अपमानित करने का नहीं था, परंतु फिर भी अगर किसी भी व्यक्ति को दुख हुआ है तो मैं खेद प्रकट करता हूं.”
किसी संदर्भ में मेरे द्वारा दिये गये बयान पर कुछ लोग ग़लत धारणा से राजनैतिक लाभ के लिए सोशल मीडिया पर बयान दे रहे है। मेरा आशय किसी को अपमानित करने का नहीं था। परंतु फिर भी अगर किसी भी व्यक्ति को दुख हुआ है तो मैं खेद प्रकट करता हूँ।@JPNadda @Virend_Sachdeva @PandaJay @ANI…
— Ramesh Bidhuri (@rameshbidhuri) January 5, 2025
हालांकि रमेश बिधूड़ी ने पहले माफी मांगने से इनकार किया था और कहा था कि यदि लालू यादव माफी मांगेंगे तो मैं भी माफी मांग लूंगा. उन्होंने कहा था कि लालू का बयान क्या हेमा मालिनी का अपमान नहीं था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में लालू यादव मंत्री रहे हैं.
क्या है रमेश बिधूड़ी का विवादित बयान?
प्रियंका गांधी को लेकर दिए विवादित बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. वीडियो में रमेश बिधूड़ी कहते सुनाई दे रहे हैं कि लालू यादव ने वादा किया था बिहार की सड़कों को हेमा मालिनी के गालों जैसा बना दूंगा, लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाए. मैं विश्वास दिलाता हूं कि जैसे ओखला और संगम विहार की सड़कें बना दी हैं. वैसे ही कालकाजी की सारी सड़कें प्रियंका गांधी के गाल जैसी बना दूंगा.
‘कालकाजी की सड़कें प्रियंका गांधी के गालों जैसी बना देंगे’ रमेश बिधूड़ी का विवादित बयान#RameshBidhuri | #ViralVideo pic.twitter.com/L8O6LhexrB
— The HindkeshariIndia (@ndtvindia) January 5, 2025
कांग्रेस ने बताया महिला विरोधी बयान
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने रमेश बिधूड़ी के बयान को महिला विरोधी बताया है. साथ ही उन्होंने अपना एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर करते हुए कहा, “भाजपा वस्तुत: महिला विरोधी है और इसका प्रमाण वो बार-बार देते हैं. बीजेपी के पूर्व सांसद और अब कालकाजी में उनके विधायक उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी का प्रियंका गांधी के संदर्भ में दिया गया बयान न सिर्फ शर्मनाक है, बल्कि उनकी असली महिला विरोधी मानसिकता दिखाता है. जिस आदमी ने सदन में अपने साथी सांसद को गंदी गालियां दी हों और उसकी कोई सजा और कोई खामियाजा न दिया भुगता हो, उससे क्या ही उम्मीद की जा सकती है.” साथ ही उन्होंने कहा कि यह ही बीजेपी का असली चेहरा है.
BJP घोर महिला विरोधी है
रमेश बिधूड़ी का प्रियंका गांधी जी के संदर्भ में दिया बयान शर्मनाक ही नहीं उनकी औरतों के बारे में कुत्सित मानसिकता दिखाता है
लेकिन जिस आदमी ने सदन में अपने साथी सांसद को गंदी गालियां दी हों, और कोई सज़ा ना मिली हो उससे और क्या उम्मीद की जा सकती है?… pic.twitter.com/JRdC9bxzrw
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) January 5, 2025
पहले भी रह चुके हैं विवादों में
यह कोई पहला मौका नहीं है, जब रमेश बिधूड़ी ने विवादित बयान दिया है. बिधूड़ी पहले भी ऐसे बयान दे चुके हैं. इससे पहले 21 सितंबर 2023 को तत्कालीन भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने चंद्रयान-3 की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों पर चर्चा के दौरान उस समय के बसपा सदस्य दानिश अली के लिए आपत्तिजनक शब्दों का उपयोग किया था. हालांकि इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बिधूड़ी के शब्दों को सदन की कार्यवाही से हटा दिया था. बाद में बिधूड़ी ने माफी मांगी थी.
भाजपा ने बिधूड़ी को कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ उम्मीदवार बनाया है. उम्मीदवारी की घोषणा के बाद कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद दानिश अली ने कहा कि भाजपा ने संसद के भीतर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने वाले रमेश बिधूड़ी को दिल्ली विधानसभा चुनाव का टिकट देकर लोकतंत्र को कलंकित किया है.
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘शर्मनाक, भाजपा ने रमेश बिधूड़ी को कालकाजी विधानसभा सीट से उम्मीदवार बना कर फिर साबित कर दिया है कि भाजपा का संसद की गरिमा और लोकतांत्रिक शिष्टाचार से कोई सरोकार नहीं है.’