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कांवड़ यात्रा पर SC के फैसले के बाद मुजफ्फनगर में कई दुकानदारों ने हटाई नेम प्लेटें, कुछ ने जताई नाखुशी

कांवड़ यात्रा के रास्ते पर पड़ने वाली दुकानों (रेहड़ी-पटरी भी शामिल) पर मालिकों के नाम और मोबाइल नंबर लिखने के यूपी और उत्तराखंड सरकार के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम  रोक लगा दी है, जिसके बाद मुजफ्फरनगर में दुकानदारों ने नेम प्लेट हटा दी है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यहां कई दुकानदारों में खुशी की लहर है. निसार और आरिफ फल वाले ने (जिनकी तस्वीरें वायरल हुई थीं) भी नेम प्लेट हटा दी हैं. दुकानदारों को कहना है कि जो यह कोर्ट का फैसला आया है बिल्कुल सही है. वहीं जब इस मामले पर कावड़ लेकर आ रहे कावड़ियों से जब बात की गई कांवड़ियों का कहना है कि जो सुप्रीम कोर्ट ने फैसला लिया है, हम लोग भी उसका स्वागत करते हैं, क्योंकि जो हमें सामान जहां से खरीदना है, हम लोग वहीं से खरीदेंगे, किसी जाति  या किसी धर्म से इसका कोई मतलब नहीं है.

मुजफ्फरनगर के कई दुकानदारों ने व्यक्त की निराशा

बता दें कि कई दुकानदारों और भोजनालय के मालिकों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर निराशा भी व्यक्त की है. मुजफ्फरनगर के एक दुकानदार ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि आदेश अच्छा था, सुप्रीम कोर्ट की रोक ठीक नहीं है. दुकानों की पहचान जरूरी है. 

कांवड़ यात्री ने कहा- पता होना चाहिए कहां खा रहे हैं…

वहीं कांवड़ यात्रा के लिए निकले एक तीर्थयात्री ने कहा कि ये अच्छी बात नहीं है कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश पर रोक लगा दी है. ये गलत है. दुकानों और रेहड़ियों पर नाम लगाए जाने चाहिए ताकि कांवड़ियों को पता चल सके कि कहां खा रहे हैं.

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सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई 26 जुलाई को होगी

बता दें कि इस मामले में यूपी, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया है, जिस पर 26 जुलाई को अगली सुनवाई होगी. सुप्रीम कोर्ट ने साथ ही ये भी कहा है कि दुकानों पर मालिक और कर्मियों के नाम लिखने का दबाव ना डाला जाए, केवल खाद्य पदार्थ की जानकारी प्रदर्शित करने के लिए कहा जा सकता है. 

अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर ली चुटकी

इस पूरे मामले पर अखिलेश यादव ने एक्स पर चुटकी ली है. उन्होंने लिखा है कि एक नयी ‘नाम-पट्टिका’ पर लिखा जाए : सौहार्दमेव जयते! 

सुप्रीम कोर्ट के आदेश से इतर दिल्ली में वीएचपी ने की ये मांग

यूपी और उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा मार्ग पर नेमप्लेट लगाने के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने दिल्ली में कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाली सभी दुकानों के बाहर नेमप्लेट लगाने का आदेश जारी करने की मांग की है. विहिप इंद्रप्रस्थ के प्रांत मंत्री सुरेन्द्र गुप्ता ने दिल्ली के उपराज्यपाल विजय कुमार सक्सेना को पत्र लिखकर निवेदन किया कि यूपी की तर्ज पर दिल्ली के भी सभी दुकानदार और रेहड़ी पटरी वाले अपनी दुकान के बाहर नाम का बोर्ड टांगे ताकि किसी भी शिवभक्त की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ न हो पाए. (इनपुट्स भाषा से भी)



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