"जल्द ही कोई समाधान निकाल लेंगे…" : किसानों के साथ तीसरी बैठक के बाद कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा
नई दिल्ली:
आंदोलन के जरिए किसान सरकार से अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं. वहीं कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने उन्हें शांति बनाए रखने और बातचीत करते रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या को बातचीत से सुलझाया जा सकता है. हमारे देश के किसान हमारे परिवार के हैं और उनके लिए जो हो सकता है, हम वो काम कर रहे हैं.
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कृषि मंत्री ने कहा कि जब तक कोई समाधान नहीं निकल जाए, हम बातचीत का दौर जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि तीसरी बार की बातचीत हुई है और किसानों की मांगों से संबंधित हमने सभी विषयों को सुना है और चर्चा की है, बातचीत अभी भी जारी है. किसी का अहित ना हो, उसको लेकर भी हम ध्यान रख रहे हैं.
#WATCH दिल्ली: किसानों के साथ हुई बैठक पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, “किसानों और सरकार के बीच यह तीसरी बैठक थी। कई मुद्दे और विषय उठाए गए… अगर हम शांतिपूर्ण ढंग से बातचीत को आगे बढ़ाएंगे तो हम निश्चित रूप से किसी नतीजे पर पहुंचेंगे… मुझे उम्मीद है कि हम जल्द ही कोई… pic.twitter.com/1LblzTlvte
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 16, 2024
अर्जुन मुंडा ने कहा कि हमने किसानों की बातें सुनी है और उसका समाधान निकले उसकी हमारी कोशिश है. उन्होंने कहा हम किसान संगठन के साथ बातचीत कर रहे हैं, इसे राजनीतिक दृष्टि से नहीं देखे और अगर कांग्रेस इसे राजनीतिक दृष्टि से देख रही है, तो वो अपना टाइम भी याद करे, जब उनकी सरकार थी, तब उन्होंने क्या किया था.
उन्होंने कहा, “हम किसानों और किसान संगठनों के साथ लगातार बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं. इसे राजनीतिक दृष्टि से ना देखा जाए तो बेहतर है. यदि कांग्रेस इसे राजनीतिक दृष्टि से देख रही है तो उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जो विषय आज सामने आ रहे हैं, उन पर उन्होंने तब निर्णय क्यों नहीं लिए?”
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, “हम किसानों और किसान संगठनों के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं। इसे राजनीतिक दृष्टि से ना देखा जाए तो बेहतर है। यदि कांग्रेस इसे राजनीतिक दृष्टि से देख रही है तो उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जो विषय आज सामने आ रहे… pic.twitter.com/KHlKKoX2je
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 16, 2024
कांग्रेस ने प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ पुलिस के कथित बल प्रयोग की निंदा करते हुए कहा था कि सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी देने समेत किसानों की सभी मांगें स्वीकार करनी चाहिए. पार्टी के प्रकोष्ठ अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के प्रमुख सुखपाल सिंह खैरा ने आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार ने किसानों के वादाखिलाफी की है.
कांग्रेस नेता ने सवाल किया, ‘‘भाजपा सरकार के मंत्री कहते हैं कि बातचीत करके मसला हल होगा. जब बातचीत से मामला हल होना था, तो 3 साल तक किसानों से क्यों बात नहीं की गई? सरकार किसानों का कर्ज क्यों माफ नहीं करती?”