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एलन मस्क ने 120 घंटे काम करने को लेकर छेड़ी बहस, सोशल मीडिया यूजर्स ने लगाई लताड़


नई दिल्ली:

इंसान की जिंदगी का सबसे जरूरी हिस्सा काम है, यकीनन को लोग अपने काम को शिद्दत के साथ करते हैं. वो सफलता कि ऐसी इबारत लिखते हैं कि उनके उनकी मिसाल देती है. लेकिन पिछले दिनों पूरी दुनिया में ये बहस छिड़ी हुई है कि आखिर काम कितने घंटे करना चाहिए. एक तरफ बड़ी नामचीन कंपनियों के फाउंडर और सीईओ, चेयरमैन लोगों से ज्यादा से ज्यादा काम कराने के पक्ष में है. वहीं दूसरा खेमा ऐसा भी है जो काम के घंटे बढ़ाने के सख्त खिलाफ है. दुनिया के टेक दिग्गजों में शामिल एलन मस्क (Elon Musk) भी लोगों को ज्यादा घंटे काम करने की हिमायत कर चुके हैं.

मस्क की किस पोस्ट पर हंगामा

मस्क भी इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति और लार्सन एंड टुब्रो के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन की तरह लोगों से लंबे समय तक काम करने करने वाले लोगों की लिस्ट में शामिल हो गए. अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की गई एक पोस्ट में, टेस्ला के सीईओ ने कहा कि हमारा सरकारी विभाग 120 घंटे काम कर रहा है. वहीं हमारा नौकरशाह वर्ग सप्ताह में 40 घंटे ही काम कर रहा है. यही वजह है कि वे तेजी से पीछ जा रहे हैं. अपनी इस पोस्ट के सहारे उन्होंने ये बताने की कोशिश की कि वो और उनकी टीम 120 घंटे काम कर रहे हैं.

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सोशल मीडिया यूजर्स ने क्या कुछ कहा

अगर 120 घंटे काम करने का औसत निकाले तो ये 17 घंटे प्रतिदिन बैठता है.  इसी पोस्ट को देख ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि वो बाकी लोगों को भी 120 घंटे काम करने की सलाह दे रहे हैं. मस्क के इस ट्वीट पर लोग भड़क उठे और उन्होंने इतने लंबे समय तक काम करने की वजह से आने वाली दुश्वारियों का जिक्र किया. जैसे कि फिजिकल और मेंटली समस्या. एक यूजर ने उनसे पूछा, “संघीय सरकार के लिए काम करते समय, मैंने सीखा कि अनऑफिशियिल ओवरटाइम काम करना अवैध है. ऐसा करने पर सरकार को भुगतान करना पड़ता है, क्योंकि गुलामी अवैध है तो DOGE में संघीय कर्मचारी कानूनी रूप से इतने घंटे कैसे काम कर रहे हैं? ” 

एक अन्य यूजर ने कहा कि टेक इंडस्ट्री का सबसे बुरा पहलू लोगों से बहुत ज़्यादा काम करवाना, उन्हें कम वेतन देना और फिर उन्हें एक साथ नौकरी से निकाल देना है. इससे तो बस मालिक ही फायदा उठाते हैं.” एलन मस्क की सोशल मीडिया पोस्ट की तुलना इंफोसिस के नारायणूर्ति और एलएंडटी चेयरमैन से की जा रही है. कई यूजर्स ने कहा कि सप्ताह में 40 से 45 घंटे से ज़्यादा काम करने वाले लोग अपने परिवार के साथ समय नहीं बिता पाते हैं. कई यूजर्स ने कहा, “120 घंटे काम करने वाले लोग अपने परिवार के साथ कैसे समय बिता पाते हैं? बच्चों, पार्टनर और प्यार के लिए कोई समय नहीं… मुझे लगा कि आप लोग परिवार के साथ वक्त बिताने के हिमायती हैं?”

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