इजरायल हमले रोकने को तैयार, रख दी ऐसी शर्त, क्या करेगा अमेरिका
नई दिल्ली:
Israel Hezbollah war: इजरायल लगातार लेबनान (Israel attack in Lebanon) में हिजबुल्लाह पर ताबड़तोड़ हमले किए जा रहा है. साथ ही गाज़ा में भी हमास (Israel attack on Hamas in Gaza) के नए ठिकानों को खोजकर इजरायल हमले करते जा रहा है. गाज़ा में मची तबाही के बाद भी इजरायल पर आरोप लग रहे हैं कि वह राहत कार्य को भी ठीक से चलने नहीं दे रहा है. ऐसे में संयुक्त राष्ट्र यानी युनाइटेड नेशंस (United Nations) की बात भी इजरायल ने अनसुनी कर दी है. इसके अलावा अमेरिका (United States) की बात को भी इजरायल दरकिनार करता जा रहा है. ऐसे में अमेरिका की किरकिरी हो रही है और अमेरिका का इजरायल पर दबाव बनाने का तरीका भी काम नहीं आ रहा है. अमेरिका का इजरायल से राहत एवं बचाव कार्य को गति देने के लिए हमले कम करने का आग्रह था जिसे इजरायल ने खारिज कर दिया है. इजरायल ने जो इरादे जाहिर किए थे वह उसी पर अमल जारी रखे है.
नेतन्याहू ने खारिज की अपील
AFP की खबर के अनुसार, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने मंगलवार को लेबनान में हिजबुल्लाह पर जारी हमले को रोकने की अपील को खारिज कर दिया है. उधर, आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह ने भी हमले और तेज करने की बात कही है.
एकतरफा सीजफायर नहीं करेगा इजरायल, रख दी शर्त
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन से बातचीत में नेतन्याहू ने साफ कहा था कि वह एकतरफा सीजफायर के खिलाफ है. इजरायल का कहना है कि अभी तक लेबनान में किसी भी तरह से स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है और वह जो हुआ है उसका उसी तरह से जवाब देना जारी रखेगा. गौरतलब है कि इजरायल ने यह मांग रखी है कि इजरायल और लेबनान के बीच एक बफर जोन बनाया जाना चाहिए जिसमें किसी तरह से कोई भी हिजबुल्लाह का लड़ाका नहीं होगा. इसके अलावा इजरायल का कहना है कि इजरायल ऐसे किसी भी बात को नहीं स्वीकारेगा जिसमें बफर जोन न हो और ऐसी व्यवस्था न हो जिसमें हिजबुल्लाह को दोबारा संगठन बनाने और हथियार एकत्र करने की छूट हो.
हिजबुल्लाह ने दे दिया जवाब
उधर, हिजबुल्लाह ने नेता नईम कासिम ने कहा कि सीजफायर ही एकमात्र रास्ता है. ऐसा न होने की स्थिति में कासिम ने इजरायल के धमकी दी कि हिजबुल्लाह हमले और बढ़ा देगा.
जारी है दोनों ओर से बमबारी
बता दें कि इजरायल और हिजबुल्लाह के एक दूसरे पर हमले जारी है. हिजबु्ल्लाह का दावा है कि उसे उत्तरी इजरायल के हाइफा शहर पर रॉकेट दागे हैं और सीमा पर इजरायल के टैंक और बुल्डोजरों पर हमला किया है. इजरायल की मिलिट्री ने दक्षिणी और पूर्वी लेबनान पर कई जगह बमबारी की है. इसके अलावा खबर है कि इजरायल की गोलाबारी के चलते लेबनान के एक अस्पताल में काम रुक गया है. खबर यह भी इजरायल ने कुछ हिजबुल्लाह लड़ाकों भी पकड़ लिया है.
लेबनान की ओर से बताया जा रहा है कि इजरायल के हमले में नौ लोगों की मौत हो गई है. ये मौतें लेबनान के दक्षिणी इलाके में हुई और पांच पूर्वी इलाके में भी हुई हैं. यहां पर मरने वालों में तीन बच्चे भी शामिल हैं.
अमेरिका ने इजरायल पर बनाया दबाव
अमेरिका ने भी इजरायल की ओर से रिहायशी इलाकों पर हमले की निंदा की है. अमेरिका ने इजरायल पर दबाव बनाने के लिए इजरायल को साफ किया है कि राहत कार्य में रुकावट हो.
राहत कार्य में दिक्कत
इधर, इजरायल के हमले के बाद बरबाद हो चुके गाज़ा में राहत का काम कर रहे यूनाइटेड नेशंस के कर्मचारियों का कहना भी है कि इस इलाके में इजरायल की ओर जारी हमलों की वजह से काम करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
कोई भी कहीं भी सुरक्षित नहीं
पिछले एक हफ्ते में इजरायल की सेनाओं ने उत्तरी गाज़ा और जबालिया के करीब हमले तेज किए हैं. इजरायल का कहना है कि हमास के लड़ाके इस इलाके में दोबारा एकत्र हो रहे हैं. इलाके लोगों का कहना है कि इजरायल के हमले में गाज़ा का यह इलाका पूरी तरह से राख में तब्दील हो चुका है. गाज़ा के राहत कैंपों में रह रहे लोगों को कहना है कि कोई भी कहीं भी सुरक्षित नहीं है. इजरायल का हमला कभी भी कहीं भी हो सकता है.
गौरतलब है कि पिछले साल 7 अक्तूबर को गाजा की ओर से हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घुसकर हमला किया था. इस हमले में 1206 लोगों की मौत हो गई थी. साथ ही ये लड़ाके अपने साथ 255 बंधक भी ले गए थे.
इधर, हमास के समर्थन में हिजबुल्लाह की ओर से इजरायल पर रॉकेट दागे गए जिसके वजह से हजारों इजरायलियों को घर छोड़ना पड़ा. इसके जवाब में 23 सितंबर को इजरायल ने लेबनान में भी एयरस्ट्राइक की ताकि उत्तरी सीमाओं पर हिजबुल्लाह लड़ाकों को पीछे धकेला जा सके. बताया जा रहा है कि लेबनान में हमले से अब तक 1356 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 7 लाख लोगों को घरों को छोड़कर भागना पड़ा है.
बता दें कि अब इजरायल 1 अक्तूबर को ईरान के द्वारा किए गए हमले का जवाब देने की तैयारी में भी है.