अमेरिका की इस एडवाइजरी पर पीट लेंगे सिर, जानें उनके देश में कैसे बढ़ रही हेट और हिंसा?
भारत को लेकर अमेरिका की अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी काफी चर्चा में है. इस एडवाइजरी को पढ़ने पर लगेगा कि भारत बेहद खतरनाक जगह है. इस एडवाइजरी के मुताबिक, भारत में आतंकी कभी भी हमले कर सकते हैं. यहां महिलाओं से रेप बहुत बढ़ गए हैं. पर्यटन स्थलों पर हिंसा, हमले और रेप की घटनाएं बढ़ी हैं. महाराष्ट्र और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में हम आपकी बहुत मदद नहीं कर सकते. मध्य भारत में नक्सली हमले हो जाते हैं. पूर्वोत्तर और मणिपुर में नस्ली हिंसा हो रही है. अब इस रिपोर्ट को पढ़ने के बाद भारत के इन जगहों पर रहने वाले जरूर सोच में पड़ गए होंगे कि क्या वे अपने आसपास की घटनाओं से अब तक अनजान थे या अमेरिका को सच में भारत के बारे में कुछ नहीं पता. हालांकि, भारत के लोगों को यह जरूर जान लेना चाहिए कि अमेरिका में क्या हो रहा है.
हेट ब्रिगेड सक्रिय
खुद अमेरिका के लोग आजकल बेहद चिंतित हैं. वहां चुनावों के दौरान जिस तरह का टकराव देखने मिल रहा है, वह अमेरिका के नस्ली और नफरती अतीत की याद दिलाता है. वहां हर किसी के पास बंदूक है और हर क्षेत्र में बिना मतलब की हिंसा होती रहती है. इन चुनावों में जो तीखी लड़ाई चल रही है, वह कमला हैरिस के मैदान में आने से कुछ और तीखी हो गई है. वहां जैसे एक हेट ब्रिगेड सक्रिय हो गई है.
कमला हैरिस बनीं निशाना
कमला हैरिस पर नस्लवादी छींटाकशी बढ़ गई है. हैरिस पर ही नहीं, उनके परिवार और बच्चों पर भी टीका-टिप्पणी बढ़ी है. उनके भारतीय मूल के होने पर भी हमले हुए हैं. कमला हैरिस के चरित्रहनन की कोशिश की जा रही है. कहा जा रहा है कि उन्होंने गलत तरीके से मौके हासिल किए. उनके बच्चे न होने को भी मुद्दा बनाया गया है. यहूदी पति को लेकर भी टीका-टिप्पणी की गई है और उनसे पैदा बेटी का भी जिक्र हो रहा है. रिपब्लिकन लोग उन पर बाइडन के खिलाफ साजिश का आरोप भी लगा रहे हैं. डोनाल्ड ट्रंप ने इसे तख्तापलट की कोशिश बताया है. ये हमले रिपब्लिकन वेबसाइट्स पर बढ़े हैं. इस तरह की छींटाकशी में रिपब्लिकन उपराष्ट्रपति उम्मीदवार की पत्नी उषा वेंस भी शामिल दिख रही हैं.
नस्लवादी टिप्पणी बढ़ी
हालांकि, कहा जा रहा है कि रिपब्लिकन्स का एक खेमा इस तरह के हमलों के ख़िलाफ है और उसका कहना है कि कमला हैरिस और बाइडन की नीतियों पर हमले हों. अगर कमला हैरिस जीत जाती हैं तो वह अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी. वह अमेरिकी विविधता के लिए एक नया मुकाम होंगी, लेकिन इस बीच जो नस्ली नफरत वहां दिख रही है, वो हैरान करने वाली है. जब से कमला हैरिस के नाम का ऐलान अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रैटिक पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर हुआ है, उनके ऊपर लांछन और नस्लवादी कमेंट बेहद ज्यादा बढ़ गए हैं.
पति और बच्चों को लेकर कमेंट
सोशल मीडिया साइट्स पर रिपब्लिकन पारटी के समर्थक लगातार उन पर और उनके पति पर और यहां तक कि उनके पति की पहली शादी से बेटी पर हमले हो रहे हैं. उनके भारतीय मूल के होने पर उनके ऊपर हमले हुए हैं …कहा गया है कि उन्हें काम पर इसलिए रखा गया क्योंकि उन्हें बराबरी की नीति के तहत काम देना था. उनका character assasination भी किया जा रहा है…कहा जा रहा है कि उन्होंने गलत करीके से मौके हासिल किए और आगे बढ़ने के लिए इस्तेमाल किया. उनके बच्चे नहीं होने को भी एक मुद्दा बनाया जा रहा है. उनके पति डग एमहॉफ यहूदी हैं, वकील हैं और Georgetown University Law Center में visiting professor हैं. उन्हें लेकर भी हमले हो रहे हैं.
इतनी बढ़े हिंसक कमेंट
साजिश के तहत जो बाइडेन को राष्ट्रपति पद की रेस से बाहर करने को लेकर टिप्पणियां की जा रही हैं. यहां तक कि हैरिस की उम्मीदवारी के ऐलान के बाद खुद ट्रंप ने इसे तख्तापलट की कोशिश बताया. वो सब चीजें हो रही हैं, जो कि अमेरिकी लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती हैं. Ella Emhoff के ऊपर भी हमले बढे़ हैं. हाल में Global Project Against Hate and Extremism (Gpahe) की जांच के मुताबिक 19 से 21 जुलाई के बीच अलग-अलग सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर हैरिस के खिलाफ हिंसक कमेंट बेहद ज्यादा बढे़. ट्रंप के बनाए Truth Social पर 33%, 292% on Gab पर, 50% Telegram पर और 525% on 4chan पर. Gpahe ने अपने analysis में ये भी पाया कि रिपब्लिकन पार्टी उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार JD Vance की पत्नी Usha Chilukuri पर भी उनके भारतीय मूल की होने के कारण नस्लवादी टिप्पणियां की जा रही हैं.
एक खेमे की राय अलग
इस सब के बीच खबर आ रही है कि रिपब्लिकन पार्टी के नेता सदस्यों को इस तरह के कमेंट से बचने के लिए कह रहे हैं. House Republicans की एक closed-door meeting में National Republican Congressional Committee chairman Richard Hudson ने कहा कि सिर्फ बाइडेन-हैरिस की नीतियों के लिए आलोचना हो. ये पार्टी के लिए इसलिए भी अहम है क्योंकि कमला हैरिस ऐसी उम्मीदवार हैं, जो अगर जीतती हैं तो पहली महिला, पहली ब्लैक महिलाल पहली साउथ एशियाई मूल की महिला राष्ट्रपति होंगी. ऐसे में उनके खिलाफ सेक्सिस्ट, रेसिस्ट हमले swing voters को जैसे suburban महिलाएं, नॉन वाइट लोग और युवा इसे अलग थलग पड़ जाएंगे…ट्रंप इन्हें जीतने की कोशिश भी कर रहे हैं.