तमाम दावों के बीच बांग्लादेश में जारी है हिंदू समुदाय पर 'हमला', बंद कराया गया इस्कॉन,पढ़िए क्या है पूरा मामला
नई दिल्ली:
बांग्लादेश में सरकार के बदलने के बाद से ही हिंदू समुदाय को लगातार टारगेट किया जा रहा है. शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से ही समय-समय पर हिंदू समुदाय और उनके धर्म स्थलों को निशाना बनाया जाता रहा है.ताजा घटनाक्रम में हिंदू समुदाय की आस्था पर हमला करते हुए बांग्लादेश के स्थानीय लोगों ने इस्कॉन के शिबचर स्थित केंद्र को बंद करा दिया है. बताया जा रहा है कि जिस समय मुस्लिम समुदाय के लोग वहां इस मंदिर को बंद कराने पहुंचे थे उस दौरान वहां कई श्रद्धालु मौजूद थे. जिन्हें बाद में बांग्लादेशी सेना ने अपने वाहन में भरकर वहां से निकाला.
Breaking News: *ISKCON Namhatta center in Shibchar Bangladesh forcefully Closed Down by Muslims*.
The army arrived and took away the ISKCON devotees in a vehicle. A viral video on social media shows extremists removing the board of the ISKCON temple, which features a picture of… pic.twitter.com/qJlka16tmU
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) November 27, 2024
बांग्लादेश में इस्कॉन को बंद करने को लेकर इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष एंव प्रवक्ता राधारमण दास ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट लिखा. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि बांग्लादेश के शिबचर में इस्कॉन नमहट्टा केंद्र को मुस्लिमों ने जबरन बंद कर दिया है. सेना आई और इस्कॉन में मौजूद श्रद्धालुओं को एक वाहन में भरकर ले गई.
हिंदू समुदाय को भरोसा दिलाने मंदिर गए थे मोहम्मद यूनुस
बात कुछ महीने पुरानी है, जब बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों को निशाने बनाने की घटनाएं लगातार जारी थी. हिंदू समुदाय के खिलाफ लगातार हो रहे हमलों के बीच उस दौरान बांग्लादेश के नए मुखिया मोहम्मद यूनुस ने कुछ मंदिरों का दौरा किया था. मोहम्मद यूनुस ने हिंदू मंदिर का दौरा करने के दौरान कहा था कि बांग्लादेश में सभी के लिए अधिकार एक समान होने चाहिए भले ही वो शख्स किसी भी धर्म से ताल्लुक रखता हो. बांग्लादेशी अखबार द डेली स्टार ने अंतरिम सरकार के प्रमुख के हवाले से कहा था कि हमारी लोकतांत्रिक आकांक्षाओं में, हमें मुस्लिम, हिंदू या बौद्ध के रूप में नहीं, बल्कि इंसान के रूप में देखा जाना चाहिए. हमारे अधिकारों को सुनिश्चित किया जाना चाहिए. सभी समस्याओं की जड़ संस्थागत व्यवस्थाओं का पतन है. इसीलिए, ऐसे मुद्दे सामने आते हैं. संस्थागत व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की जरूरत है. हम अपने हिंदू भाइयों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और यहां किसी को डरने की कोई जरूरत नहीं है. लेकिन उनकी इस अपील के बाद भी हिंदू समुदाय को निशाना बनाए जाने की तमाम खबरें आ रही है.
पीएम मोदी ने भी की थी अपील
मोहम्मद यूनुस के बतौर अंतरिम सरकार के मुखिया के तौर पर शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट कर उन्हें बधाई दी थी और साथ ही वहां मौजूद हिंदुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की बात कही थी. उस दौरान पीएम मोदी की इस अपील को बांग्लादेश सरकार ने गंभीरता से लिया था. यही वजह थी कि बांग्लादेश सरकार के सर्वेसर्वा मोहम्मद यूनुस ने मंगलवार को हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर ना सिर्फ चिंता व्यक्त की बल्कि मौजूदा सरकार उनके साथ है, इसे बताने के लिए मंदिर में जाकर कुछ हिंदुओं के साथ बैठकर कर उनसे उनका हाल भी जाना.