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स्वस्थ हैं अरविंद केजरीवाल, लेकिन रोजाना दो इंसुलिन की खुराक रहेगी जारी : डॉक्टर

नई दिल्ली:

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कोर्ट के निर्देश पर गठित पांच सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने इंसुलिन की कम खुराक जारी रखने के लिए कहा है. ये फैसला बोर्ड द्वारा समीक्षा के बाद लिया गया, जिसमें एक एंडोक्रिनोलॉजिस्ट और एक मधुमेह विशेषज्ञ शामिल हैं. वर्चुअल-कॉन्फ्रेंस के बाद, बोर्ड ने फैसला सुनाया कि अरविंद केजरीवाल स्वस्थ हैं और उन्हें दी जा रही दवाओं की खुराक में बदलाव करने की जरूरत नहीं है. अगली समीक्षा बैठक सात दिन बाद होगी.

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केजरीवाल को इंसुलिन की पहली खुराक सोमवार शाम को दी गई थी, जब उनका शुगर लेवल 217 तक बढ़ गया था. अगले दिन गठित मेडिकल बोर्ड ने खुराक को पांच दिनों तक जारी रखने की सलाह दी. उन्हें रोजाना दोपहर के भोजन और रात के खाने से पहले दिन में दो बार इंसुलिन की कम खुराक दी जा रही है और ये अगली समीक्षा बैठक तक जारी रहेगा.

तिहाड़ जेल के एक अधिकारी ने कहा, “तिहाड़ के डॉक्टर केजरीवाल के स्वास्थ्य की निगरानी कर रहे हैं और उन्हें घर का बना खाना और डॉक्टरों द्वारा बताई गई अन्य दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं.”

प्रवर्तन निदेशालय ने अरविंद केजरीवाल को कथित दिल्ली शराब घोटाला मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया था, तब से वो जेल में हैं. एम्स के डॉक्टरों की बैठक के बाद जेल अधिकारियों ने दावा किया कि इंसुलिन की आपूर्ति नहीं बढ़ाई गई है.

इससे पहले आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन और मधुमेह की अन्य दवाएं नहीं देकर जेल में मारने की साजिश का आरोप लगाया था. प्रवर्तन निदेशालय ने केजरीवाल पर नियमित रूप से चीनी युक्त खाद्य पदार्थ खाने का आरोप लगाया, और कहा कि वो स्वास्थ्य का हवाला देकर कानूनी लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं केजरीवाल ने इन आरोपों को खारिज किया और एजेंसी पर मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया.

दिल्ली के मुख्यमंत्री को 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली सरकार की उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. वो 1 अप्रैल से तिहाड़ जेल में बंद हैं. दिल्ली हाईकोर्ट जांच एजेंसी द्वारा उन्हें जारी किए गए समन को चुनौती देने वाली केजरीवाल की याचिका पर 15 मई को सुनवाई करेगा.

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