देश

भाषा के नाम पर देश को तोड़ने की कोशिशें बंद होनी चाहिए: राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भाषा के मुद्दे को लेकर शनिवार को द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) पर निशाना साधा और कहा कि भाजपा हिंदी और अन्य सभी भारतीय भाषाओं की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि सहयोग की भावना है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भाषा के नाम पर देश को तोड़ने के प्रयास बंद होने चाहिए.

तमिल रानी वेलु नचियार को श्रद्धांजलि देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महिला मोर्चा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग तमिल और हिंदी को लेकर विवाद पैदा कर रहे हैं.

उन्होंने उत्तर भारत में नचियार के बारे में जागरूकता फैलाने के प्रयास की सराहना की. सिंह ने कहा कि हिंदी और अन्य भारतीय भाषाएं एक-दूसरे को मजबूत बनाती हैं.

तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी द्रमुक, भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर राज्य में हिंदी थोपने का आरोप लगा रही है. राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दोनों दलों के बीच जुबानी जंग और तेज हो सकती है. द्रमुक विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा है.

सिंह ने कहा कि कुछ लोग मुगल शासक औरंगजेब को अपना आदर्श मानते हैं, जिसने अन्य धर्मों के अनुयायियों पर अत्याचार किए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के युग की शुरूआत की है और अब महिलाओं को सशस्त्र बलों में स्थायी कमीशन मिल रहा है.

इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता सिंह ने रानी मंगम्माल, जो तमिलनाडु से थीं, को भी श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनके शासन की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम को जनांदोलन में बदलने में महिलाओं ने अहम भूमिका निभाई. प्रधानमंत्री मोदी ने भी 18वीं सदी की रानी नचियार की प्रशंसा करते हुए उन्हें ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ने वाली प्रेरणादायी शख्सियतों में से एक बताया है.
 

यह भी पढ़ें :-  "भारत विश्वकप जीत जाता अगर...", अहमदाबाद में हुए मुकाबले को लेकर अखिलेश यादव का तंज



Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button