ट्रेनिंग पर रोक, एकेडमी वापस बुलाया… जानें ट्रेनी IAS पूजा खेडकर पर क्या-क्या आरोप

ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर (Pooja Khedkar) की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. विवाद बढ़ने के बाद उनकी ट्रेनिंग पर रोक लगा दी गई है. उनको मसूरी की लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में वापस बुला लिया गया है. राज्य सरकार ने पूजा को 23 जुलाई से पहले हाजिर रहने का आदेश दिया है. पूजा खेडकर पर पर्सनल गाड़ी पर लाल बत्ती लगाना, पुणे ज़िला अधिकारी के एंटी चेंबर को हथियाने जैसे आरोप लगे हैं.
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूजा खेडकर पुणे में जिस ऑडी कार को यूज कर रही थीं, उस पर कई चालान हैं.
- पूजा को पुणे सिटी ट्रैफिक पुलिस ने नोटिस भी भेजा है. उनको वाहन पर अनधिकृत रेड लाइट के इस्तेमाल और महाराष्ट्र सरकार के लिखे जाने के लिए नोटिस दिया गया.
- जांच में पाया गया है कि उनकी लग्जरी ऑडी कार प्राइवेट इंजीनियरिंग कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है.
दिव्यांग सर्टिफिकेट पर भी सवाल
पूजा के दिव्यांग सर्टिफिकेट पर भी सवाल उठ रहे हैं. खुलासा हुआ है कि दिव्यांग सर्टिफिकेट लेने के लिए पूजा खेडकर ने जो पता दिया था, वहां घर नहीं बल्कि फैक्ट्री है. बताया ये भी गया है कि दिव्यांग प्रमाणपत्र के लिए आधार कार्ड जरूरी होने के बाद भी पूजा ने अर्जी में राशनकार्ड लगाया था. उन्होंने अपनी आमदनी 5 लाख रुपए दिखाई है.

हैरानी की बात ये भी है कि दिव्यांग कार्ड में पूजा को 7 फीसदी दिव्यांग दिखाया गया है, जबकि किसी भी सरकारी लाभ के लिए 40 फीसदी या उससे ज्यादा दिव्यांग होना जरूरी है. इस बीच राज्य दिव्यांग आयुक्त ने जिला कलेक्टर और पुणे पुलिस आयुक्त दोनों को पूजा के दिव्यांगता दावों की जांच करने के लिए लिखा है. साथ ही फर्जी पाए जाने पर मामला दर्ज करने के लिए भी कहा गया है.
पूजा ने जिलाधिकारी पर लगाया उत्पीड़न का आरोप
इस बीच पूजा खेडकर ने पुणे के जिलाधिकारी सुहास दिवसे पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए वाशिम पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है, ये जानकारी एक अधिकारी की तरफ से दी गई है. पूजा इन दिनों आईएएस परीक्षा पास करते समय दिए गए दिव्यांगता और ओबीसी प्रमाण पत्र को लेकर सवालों के घेरे में हैं. पुणे कलेक्टर कार्यालय में तैनाती के दौरान किए गए आचरण को लेकर भी उनके खिलाफ जांच की जा रही है.
पूजा खेडकर की ट्रेनिंग पर लगी रोक
अधिकारी ने बताया, “महिला पुलिसकर्मी सोमवार को वाशिम स्थित खेडकर के आवास पर पहुंचीं, जहां उन्होंने पुणे के जिला कलेक्टर सुहास दिवसे के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई.” इससे पहले उन्होंने न्यूज चैनलों से बातचीत में पुलिसकर्मियों के उनके घर आने के कारणों के बारे में पूछे जाने पर विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया था. पूजा ने कहा, ” मैंने महिला पुलिस कर्मियों को बुलाया था क्योंकि मुझे कुछ काम था.” विवाद के बीच सरकार ने पूजा खेडकर के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है और उन्हें आवश्यक कार्रवाई के लिए लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में लौटने का निर्देश दिया है.