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"नए मोर्चों के लिए रहें तैयार…", इजरायल का समर्थन करने पर अमेरिका को ईरान की धमकी

अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडेन कई बार ये कह चुके हैं कि वह हमास से जारी युद्ध में इजरायल के साथ खड़ा है और अंत तक खड़ा रहेगा. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर किसी अन्‍य देश ने इजरायल पर हमला किया, तो अमेरिका उसे बर्दाश्‍त नहीं करेगा. 

ब्‍लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने ईरान को होने वाले संभावित परिणामों के बारे में विस्तार से बताने से इनकार कर दिया. उन्होंने इस बात से इनकार किया कि ईरान ने हाल के दिनों में अमेरिकी सैनिकों को निशाना बनाने के लिए सीरिया और इराक में समूहों को निर्देश दिया था, और कहा कि यह वाशिंगटन था (तेहरान नहीं) जो उन दिनों हिंसा को बढ़ावा दे रहा था, क्योंकि हमास ने इजरायल पर हमले में लगभग 1,400 लोगों को मार डाला था.

ब्लूमबर्ग टेलीविजन के साथ एक इंटरव्‍यू में अमीराब्दुल्लाहियन ने कहा, “अमेरिका दूसरों को आत्म-संयम दिखाने की सलाह दे रहा है, लेकिन उसने पूरी तरह से इजरायल का पक्ष लिया है. अगर अमेरिका वही जारी रखता है, जो वह अब तक करता आया है, तो उसके खिलाफ नए मोर्चे खुल जाएंगे.”

अमीराब्दुल्लाहियन ने कहा, “मैं यहीं चेतावनी देना चाहूंगा कि मौजूदा स्थिति जारी रहने, गाजा में लोगों (महिलाओं और बच्चों) की हत्या जारी रहने से क्षेत्र में स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाएगी. अमेरिकी पक्ष को निर्णय लेना चाहिए, क्या वह वास्तव में युद्ध को बढ़ाना चाहता है?”

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ईरान के विदेश मंत्री ने का यह बयान, अमेरिकी की उस चेतावनी के बाद दिया, जिसमें राष्‍ट्रपति बाइडेन ने कहा था कि ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स द्वारा सीरिया में अमेरिकी सैनिकों पर हमले किये जा रहे हैं. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि उनके पास इस बात का सबूत नहीं है कि ईरान ने स्पष्ट रूप से उन हमलों का आदेश दिया था, लेकिन वे ईरान को जिम्मेदार मानते हैं, क्योंकि वह उन समूहों का समर्थन करता है, जिन्होंने उन्हें अंजाम दिया.

हालांकि अमीराब्दुल्लाहियन ने कहा कि सीरिया और इराक में अमेरिकी सेना पर हमला करने वाले समूह स्वतंत्र रूप से काम कर रहे हैं और उन्हें तेहरान से कोई निर्देश नहीं मिला है. उन्‍होंने कहा, “उन्हें हमसे कोई आदेश, कोई निर्देश नहीं मिल रहा है. अमेरिकी पक्ष का दावा है कि ये ईरान से जुड़े हुए हैं. लेकिन ये समूह स्वतंत्र रूप से अपने लिए निर्णय लेते हैं.”

अमीराब्‍दुल्लाहियन ने चेतावनी दी कि ज़मीनी आक्रमण के इजरायल के लिए गंभीर परिणाम होंगे. इजरायल रक्षा बलों ने हाल के दिनों में हमले बढ़ा दिए हैं.

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