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छत्तीसगढ़ में बड़ा हमला, नक्सलियों ने सुरक्षाबलों की गाड़ी को IED से उड़ाया, 9 जवान शहीद


बीजापुर:

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में बड़ा नक्सली हमला हुआ है. नक्सलियों ने सोमवार को सुरक्षाबलों की एक बख्तरबंद गाड़ी को निशाना बनाकर IED ब्लास्ट किया. बस्तर रेंज के IG ने इस हमले की पुष्टि की है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक, इस हमले में 9 जवान शहीद हो गए हैं. जबकि कई जवान जख्मी बताए जा रहे हैं. हमला इतना ताकतवर था कि सुरक्षाबलों की गाड़ी के टुकड़े-टुकड़े हो गए. कुछ टुकड़े पेड़ों की शाखों पर जाकर लटक गए.

IG बस्तर पी सुंदरराज ने बताया, “बीते दो-तीन दिनों से बीजापुर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर में ऑपरेशन चल रहा था. ऑपरेशन खत्म करके आज सुरक्षाबलों के ये जवाब बेस कैंप लौट रहे थे. इसी दौरान अंबेली गांव के पास IED ब्लास्ट किया गया. सुरक्षाबलों की एक बख्तरबंद गाड़ी इसकी चपेट में आ गई.” IG बस्तर के मुताबिक, बीजापुर में हुए नक्सली हमले में दंतेवाड़ा DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) के 8 जवान शहीद हो गए हैं. हमले में ड्राइवर की भी मौत हो गई है.

कुटुर मार्ग पर हुआ IED ब्लास्ट
ADG (नक्सल ऑपरेशन) विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि नक्सलियों ने हमला दोपहर करीब 2:15 बजे किया. बीजापुर के कुटुर मार्ग पर IED ब्लास्ट किया. नक्सलियों ने सुरक्षाबलों की जिस गाड़ी को निशाना बनाया, उसमें 9 से ज्यादा जवान सवार थे. सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई भी की.

ADG नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा ने बताया, “ये नक्सलियों की कायराना हरकत है. जवानों की शहादत यूंही नहीं जाएगी. इन हमलों का जवाब दिया जाएगा.”

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CM ने जताया दुख
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जांजगीर-बीजापुर नक्सल हमले पर दुख जाहिर किया है. उन्होंने कहा, “नक्सलियों को ज्यादा क्षति हो रही है और 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा.”

विष्णुदेव साय ने कहा, “केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में नक्सलवाद के खिलाफ अभियान जारी है. जवान मुस्तैदी से नक्सलियों का सफाया कर रहे हैं.”

सोरनामाल जंगल में मार गिराये गए 3 नक्सली
इससे 3 दिन पहले ही गरियाबंद जिले के नक्सल प्रभावित सोरनामाल जंगल में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की थी. भारतीय जवान 3 नक्सलियों को मार गिराया था. DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और STF (स्पेशल टास्क फोर्स) की टीम ने नक्सलियों को घेरा था. इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ और ओडिशा के करीब 300 जवान भी शामिल हुए थे.

बंगाल के नक्सलबाड़ी गांव से शुरू हुआ था नक्सलवाद
पश्चिम बंगाल के नक्सलबाड़ी गांव से साल 1967 में नक्सलवाद की शुरुआत हुई थी. आज ये छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है. छत्तीसगढ़ पिछले 50 सालों से नक्सलवाद से संघर्ष कर रहा है.

ये हैं छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके
छत्तीसगढ़ 1 नवंबर 2000 को ही मध्य प्रदेश से अलग होकर भारत का 26वां राज्य बना था. इस राज्य के नक्सल प्रभावित जिलों में पूरा बस्तर संभाग शामिल हैं. बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, कांकेर, राजनांदगांव, बालोद, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, कवर्धा, अबूझमाड़ और बलरामपुर हार्ड कोर नक्सल प्रभावित इलाके माने जाते हैं. इन जिलों की सुरक्षा में करीब 60 हजार से भी ज्यादा जवान तैनात है. 

2024 में कब-कब हुए नक्सली हमले?

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13 मार्च– छ्त्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर 3 मुठभेड़ हुए. इस दौरान 42 नक्सली मारे गए.
2 अप्रैल– बीजापुर के करचोली में 13 नक्सलियों को ढेर किया गया.
5 अप्रैल–  दंतेवाड़ा हमले में सुरक्षाबलों ने 6 नक्सलियों को ढेर किया.
15 अप्रैल– कांकेर में एक ज्वॉइंट ऑपरेशन में 29 नक्सलियों को मार गिराया गया.
29 अप्रैल – नारायणपुर में एक ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने 10 नक्सलियों को मार गिराया.
10 मई– बीजापुर में 12 नक्सली ढेर किए गए.
23 मई– अबूझमाड़ के रेकावाया में 8 नक्सली मारे गए.
8 जून– अबूझमाड़ के आमदई एरिया में 6 नक्सली मारे गए.    
17 जुलाई– छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर एक एनकाउंटर में 12 नक्सली मारे गए.
18 जुलाई– दंतेवाड़ा में एक मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने महिला नक्सली को मार गिराया.
20 जुलाई– सुकमा के जगरगुंडा में मुठभेड़ हुई. इसमें 7 नक्सली मारे गए.
29 अगस्त– नारायणपुर-कांकेर बॉर्डर पर मुठभेड़ हुई, इसमें 3 महिला नक्सलियों की ढेर किया गया.

 


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