बड़ी गलती… : करावल नगर से कपिल मिश्रा को उतारने पर बोले दिल्ली BJP विधायक
नई दिल्ली:
दिल्ली के भाजपा विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपनी सीट से कपिल मिश्रा को मैदान में उतारने के पार्टी के फैसले की आलोचना की और इसे उन्होंने “बड़ी गलती” बताया है. भाजपा ने शनिवार को बिष्ट की जगह मिश्रा को करावल नगर सीट से उम्मीदवार घोषित किया था. बिष्ट ने 2020 का चुनाव आम आदमी पार्टी के दुर्गेश पाठक को हराकर जीता था. साथ ही उन्होंने 1998 से महज एक विधानसभा चुनाव को छोड़कर सभी में जीत हासिल की है. उन्होंने कहा कि वह दूसरी सीट पर नहीं जाएंगे और करावल नगर से अपना नामांकन दाखिल करेंगे.
दिग्गज राजनेता ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, “भाजपा सोचती है कि वे किसी को भी मैदान में उतारेंगे और वह जीत जाएगा. यह बड़ी गलती है. केवल समय ही बताएगा कि बुराड़ी, करावल नगर, घोंडा, सीलमपुर, गोकलपुरी और नंद नगरी सीटों पर क्या होगा. मैं किसी अन्य सीट से चुनाव नहीं लड़ूंगा. मैं 17 जनवरी से पहले करावल नगर सीट से अपना नामांकन दाखिल करूंगा.”
#DelhiElections2025: On Kapil Mishra fielded from Karawal Nagar seat, sitting BJP MLA Mohan Singh Bisht says, “The BJP thinks they will field anyone and he will win. This is a big mistake. Only time will tell what will happen in Burari, Karawal Nagar, Ghonda, Seelampur, Gokalpuri… pic.twitter.com/nAvb2jXZmX
— ANI (@ANI) January 12, 2025
कपिल मिश्रा ने किया जीत का दावा
कपिल मिश्रा ने जीत का दावा किया है. उन्होंने कहा, “करावल नगर के लोग उत्साहित हैं और हम यहां बड़ी जीत दर्ज करेंगे. दिल्ली में परिवर्तन की लहर है. बीजेपी यहां सरकार बनाने जा रही है.”
2015 के चुनाव में मिश्रा ने AAP के टिकट पर करावल नगर सीट से चुनाव लड़ा था और बिष्ट को हराया था. वह AAP कैबिनेट में भी शामिल हुए, लेकिन यह बहुत ही कम वक्त के लिए था.
AAP सरकार में रह चुके हैं मंत्री
आप के वरिष्ठ नेताओं पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के बाद 2017 में कपिल मिश्रा को मंत्री पद से हटा दिया गया था और फिर पार्टी से निलंबित कर दिया गया.
कपिल मिश्रा 2019 में चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे और नागरिकता विरोधी कानून के विरोध स्थलों को “मिनी पाकिस्तान” बताकर सुर्खियों में आए थे. उन्होंने दिल्ली पुलिस को जाफराबाद और चांदबाग में विरोध स्थलों को खाली करने या परिणाम भुगतने का अल्टीमेटम भी जारी किया था.
भाजपा दिल्ली की सत्ता से आम आदमी पार्टी को सत्ता से हटाने की कोशिश कर रही है, जहां 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं. वोटों की गिनती 8 फरवरी को होगी.