भारतीय जांच एजेंसियों को बड़ी कामयाबी, मोस्ट वांटेड आतंकी को रवांडा से लाया गया भारत
भारतीय एजेंसियों को एक और बड़ी कामयाबी मिली है. लश्कर एक तैयबा एक बड़ा और मोस्ट वांटेड आतंकी सलमान रहमान खान इंटरपोल चैनलों के माध्यम से रवांडा से भारत लाया गया है. जिसे सीबीआई की मदद से NIA की टीम भारत लेकर पहुंची. सलमान के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस निकला हुआ था. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आपराधिक साजिश करने, एक आतंकवादी संगठन का सदस्य होने और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने,आर्म्स एक्ट और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं के तहत 2023 में सलमान के खिलाफ केस दर्ज किया था.
विस्फोटक और हथियार उपलब्ध कराने में की मदद
लश्कर ए तैयबा (एलईटी) का सदस्य होने के नाते उसने बेंगलुरु शहर में आतंकवादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक उपलब्ध कराने में मदद की थी. बेंगलुरु शहर के हेब्बल पुलिस स्टेशन में इसे लेकर 2023 में एक केस दर्ज किया गया था. एनआईए के अनुरोध पर सीबीआई ने 2 अगस्त 2024 को इंटरपोल से उसके के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया था और वांटेड सलमान पर नज़र रखने के लिए सभी देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इसकी जानकारी दी गई थी. बाद में इंटरपोल नेशनल सेंट्रल ब्यूरो – किगाली की मदद से सलमान को रवांडा में लोकेट किया गया.
इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी
एनआईए की एक टीम द्वारा 28 नवंबर 2024 को भारत लेकर आ गई. हाल ही में सीबीआई द्वारा वांटेड बरकत अली खान को इंटरपोल चैनलों के जरिए से सऊदी अरब में लोकेट किया गया था और 14 नवंबर 2024 को सऊदी अरब से सीबीआई टीम द्वारा उसे वापस लाया गया था. वह दंगे और विस्फोटक पदार्थों के इस्तेमाल के अपराध में 2012 से वांटेड था. उसके खिलाफ सीबीआई ने 6 दिसम्बर 2022 को इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया था.
रेहान की वापसी को भी कॉर्डिनेट किया
सीबीआई ने रेहान अरबिककलालारिक्कल की वापसी को भी कॉर्डिनेट किया था, उसके खिलाफ मन्नारकड़ पुलिस स्टेशन, पट्टांबी, केरल में एक नाबालिग के खिलाफ बलात्कार और यौन उत्पीड़न करने का मामला 2022 में दर्ज हुआ था. केरल पुलिस के अनुरोध पर सीबीआई ने 27-12- 2023 को रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया. इंटरपोल नेशनल सेंट्रल ब्यूरो – रियाद की सहायता से उसे सऊदी अरब में लोकेट किया गया था. बाद में, केरल पुलिस की एक सुरक्षा टीम ने सऊदी अरब गई और 10-11-2024 उसे लेकर वापस लौट आई.
भारत में इंटरपोल के लिए राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के रूप में सीबीआई इंटरपोल चैनलों पर सहयोग के लिए भारत में सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों (एलईए) के साथ निकटता से समन्वय करती है. साल 2021 के बाद से अब लगभग 100 वांछित अपराधियों जिसमें इस साल 26 को इंटरपोल चैनलों के माध्यम से समन्वय के माध्यम से भारत लौटाया गया है.