देश

जम्मू-कश्मीर: तीर्थयात्रियों की बस में हुए आतंकी हमले में बड़ी कामयाबी, हिरासत में 50 संदिग्ध

जम्मू-कश्मीर के रियासी में रविवार (9 जून) को तीर्थयात्रियों की बस पर हुए आतंकी हमले के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने 50 संदिग्धों को हिरासत में लिया है. इन लोगों पर हमले की साजिश में शामिल होने का शक है. SSP रियासी मोहिता शर्मा ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी.

जानकारी के मुताबिक, कंडा एरिया पुलिस स्टेशन, पौनी में पुलिस की गहन जांच के बाद इन लोगों को हिरासत में लिया गया. इन लोगों के खिलाफ पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिससे उन लोगों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने में मदद मिली.

ऐसे हुआ था हमला

9 जून को जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में शाम के समय आतंकवादियों ने तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर गोलीबारी की. इससे बस खाई में गिर गई. आतंकियों की फायरिंग और बस के खाई में गिरने से नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि 41 अन्य घायल हो गए. बस के तीर्थयात्री चीखते-चिल्लाते रहे. इसके बावजूद भी आतंकी बड़े बेरहमी के साथ छोटे बच्चे और बाकी तीर्थयात्रियों पर गोली बरसाते रहे. शिवखोड़ी से लौटते हुए तीर्थयात्रियों पर आतंकियों ने 100 से भी ज्यादा फायर किए. इस हमले ने हर किसी को गमगीन कर दिया. 

पीएम मोदी ने की बैठक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले चार दिनों में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई चार मुठभेड़ों के बाद जम्मू-कश्मीर में स्थिति का आकलन करने के लिए एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. प्रधानमंत्री मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बात की. प्रधानमंत्री को केंद्र शासित प्रदेश की सुरक्षा संबंधी स्थिति और सशस्त्र बलों द्वारा किए जा रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों की पूरी जानकारी दी गई.

यह भी पढ़ें :-  वाईएस शर्मिला ने PM मोदी को लिखा पत्र, आंध्र प्रदेश से किए गए वादे को पूरा करने की मांग

डीजीपी ने दी चेतावनी

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आर. आर. स्वैन ने पाकिस्तान पर अपने भाड़े के सैनिकों के जरिये यहां का शांतिपूर्ण माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने का बृहस्पतिवार को आरोप लगाया और कहा कि भारतीय सेना दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए दृढ़ संकल्पित है. स्वैन ने “दुश्मन एजेंटों” को चेतावनी दी कि वे आतंकवाद का समर्थन करने के अपने फैसले पर पछताएंगे। उन्होंने यह भी कहा, ‘‘उनके (ऐसे एजेंटों के) पास परिवार, जमीन और नौकरियां हैं, जबकि पाकिस्तानी आतंकवादियों के पास खोने के लिए कुछ नहीं है.”


Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button