देश

मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन को लेकर बड़ा अपडेट, रेल मंत्री ने बताया कहां पहुंचा प्रोजेक्ट

नई दिल्ली: नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने 100 किमी वायाडक्ट और 250 किमी घाट का काम सफलतापूर्वक पूरा करके मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना में एक और मील का पत्थर हासिल किया है. वियाडक्ट एक लंबा पुल जैसी संरचना है, जो ऊंची सड़क या रेलवे लाइन को ले जाने वाले ऊंचे टावरों के बीच मेहराब या स्पैन की श्रृंखला द्वारा समर्थित है.

यह भी पढ़ें

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार 21 नवंबर 2023 तक 251.40 किलोमीटर के पिलर्स लगाए जा चुके हैं. एलिवेटेड सुपर स्ट्रक्चर 103.24 किलोमीटर तक तैयार हो चुका है. निर्मित पुल पर ध्वनि अवरोधक लगाने का काम शुरू हो चुका है. 6 नदियों पर पुल शामिल हैं. जापानी शिंकानसेन में उपयोग किए जाने वाले एमएएचएसआर कॉरिडोर ट्रैक सिस्टम के लिए पहले प्रबलित कंक्रीट (आरसी) ट्रैक बेड का बिछाने भी सूरत में शुरू हो गया है. इसमें कहा गया है कि यह पहली बार है, जब भारत में जे-स्लैब गिट्टी रहित ट्रैक प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है.

साथ ही, गुजरात के वलसाड जिले में 350 मीटर की पहली पहाड़ी सुरंग को तोड़ने का काम पूरा हो चुका है और 70 मीटर लंबाई का पहला स्टील पुल गुजरात के सूरत जिले में बनाया गया है. इसमें कहा गया है कि यह 28 स्टील पुलों में से पहला है जो एमएएचएसआर कॉरिडोर का हिस्सा होगा. एनएचएसआरसीएल ने इस साल अक्टूबर में सूरत में राष्ट्रीय राजमार्ग 53 पर 70 मीटर लंबे प्रभावशाली पहले स्टील ब्रिज का सफलतापूर्वक निर्माण करके अपना पहला महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया.

यह भी पढ़ें :-  हर साल 2 करोड़ नौकरियों का लक्ष्य पूरा होता दिख रहा : अश्विनी वैष्णव

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उनके तत्कालीन जापानी समकक्ष शिंजो आबे ने 14 सितंबर, 2017 को अहमदाबाद में इस परियोजना का शुभारंभ किया. नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) को भारत में हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर के वित्तपोषण, निर्माण, रखरखाव और प्रबंधन के उद्देश्य से कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत 12 फरवरी 2016 को शामिल किया गया था.

ये भी पढ़ें:-
निर्वाचन आयोग ने केजरीवाल संबंधी पोस्ट को लेकर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष को जारी किया नोटिस 

Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button