महाराष्ट्र में लोकसभा सीटों को लेकर फंस न जाए पेंच, BJP की शिवसेना की सीटों पर नजर : सूत्र
नई दिल्ली :
महाराष्ट्र में लोकसभा सीटों को लेकर बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और एनसीपी के बीच पेंच फंस सकता है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेताओं में साल 2019 में जिन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था और जीता, उसमें से कुछ सीटों पर अब भाजपा की नज़र है. शिवसेना के एक बड़े नेता ने बताया कि इससे पार्टी के नेताओं में और ख़ासतौर से उम्मीदवारों में बेचैनी बढ़ी है. हालांकि, लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर अभी तक कोई बातचीत नहीं हुई है.
शिवसेना की इन सीटों पर BJP की नजर
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शिवसेना में हुई बग़ावत के बाद शिवसेना के 18 में से 13 सांसद एकमात्र शिंदे के साथ आए थे. हालांकि, कुछ दिनों पहले उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक अख़बार को दिए इंटरव्यू में कह चुके हैं कि शिवसेना और एनसीपी के प्रत्याशी उन्हीं के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे. जानकारी के मुताबिक़, शिवसेना की रामटेक, धाराशिव, परभणी, छत्रपति संभाजी नगर, कोल्हापुर, ठाणे, नाशिक, पालघर, उत्तर पश्चिम और दक्षिण मुंबई सीटों पर BJP की दावेदारी दिखाई देती है
सीट बंटवारे को लेकर अभी तक कोई बातचीत नहीं
बता दें कि महाराष्ट्र में अभी तक सीट बंटवारे को लेकर बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के बीच कोई अधिकारी बातचीत नहीं शुरू हुई है. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार ने रविवार को कहा कि बारामती में पार्टी कार्यकर्ता एकजुट रहें. उनकी टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब कयास लगाए जा रहे हैं कि इस सीट पर उनकी पत्नी और मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले का मुकाबला हो सकता है.
अजित पवार बोले- कोई टकराव नहीं…
नवी मुंबई के वाशी में पार्टी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद संवाददाताओं से बतचीत में अजित पवार ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन विभिन्न पहलुओं पर सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद किया जाएगा. एक सवाल के जवाब में पवार ने कहा, “कोई टकराव नहीं है, बारामती के सभी राकांपा कार्यकर्ताओं में सद्भाव कायम है.” अटकलें लगाई जा रही हैं कि अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार शरद पवार की बेटी और ननद सुप्रिया सुले के खिलाफ बारामती से चुनाव लड़ सकती हैं। बारामती को पवार परिवार का गढ़ माना जाता है.
अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ‘महायुति’ सरकार का हिस्सा है, जिसमें एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शामिल हैं.
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