डाकघर प्रकरण के बाद भी राजकुमारी केट मिडलटन मेरे साथ खड़ी रहीं: ब्रिटिश भारतीय पोस्टमास्टर

ब्रिटेन में डाकघर प्रकरण से प्रभावित हुए भारतीय मूल के पोस्टमास्टर ने बताया कि वेल्स की राजकुमारी केट मिडलटन (Princess Kate Middleton) और उनका परिवार संकट के समय उनके साथ खड़ा था. हसमुख शिंगडिया (63) दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड के बर्कशायर के अपर बकलेबरी गांव में काम करते हैं, जहां केट का परिवार रहता है.
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शिंगडिया ने ‘द सन’ अखबार को बताया कि उन्हें अप्रैल 2011 में प्रिंस विलियम के साथ केट की शादी में भी आमंत्रित किया गया था. उन्होंने कहा कि उन्हें गलत लेखांकन के लिए दोषी ठहराया गया और जेल की सजा हो गई. जुलाई 2021 में उनकी सजा को रद्द कर दिया गया था.
शिंगडिया ने अखबार को बताया, ‘‘वे मेरी दुकान में आते रहे. केट की सगाई हो जाने के बाद भी वह आती थीं. हर किसी ने ऐसा नहीं किया, और कुछ स्थानीय लोगों ने मुझसे दूरी बना ली.”
माना जाता है कि दोषपूर्ण ‘होराइजन सिस्टम’ के कारण 700 से अधिक लोग प्रभावित हुए थे, जिनमें कई भारतीय मूल के थे.शिंगडिया ने उस प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा,‘‘यह न केवल मेरे लिए बल्कि मेरे परिवार के लिए भी भयानक था. हम सभी नारकीय स्थिति से गुजरे. मेरे मन में आत्मघाती विचार थे. मैं अभी भी भावनात्मक और मानसिक रूप से इसके परिणामों का सामना कर रहा हूं.’
(इस खबर को The Hindkeshariटीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)