कनाडा ने G7 देशों को चेतावनी दी, बोला-डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों से कोई भी सुरक्षित नहीं है

Canada Warned G7 Countries: कनाडा में जी7 विदेश मंत्रियों की बैठक हो रही है. अमेरिका के साथ बढ़ते व्यापार युद्ध सहित डोनाल्ड ट्रंप के कनाडा को 51वें राज्य के रूप में बार-बार बोले जाने के बीच कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने अपने यूरोपीय और ब्रिटिश समकक्षों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अमेरिका अपने सबसे करीबी दोस्त के साथ ऐसा कर सकता है, तो कोई भी सुरक्षित नहीं है. जोली ने तर्क दिया कि ट्रंप का टैरिफ आर्थिक दबाव सिर्फ बहाना है.
अमेरिका के विदेश मंत्री ने समझाया
जोली ने कहा कि कनाडा अमेरिकी दबाव के सामने पीछे नहीं हटेगा. उन्होंने कनाडा को अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए सैन्य अभ्यास और रक्षा उपकरणों पर यूरोप के साथ सहयोग करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया है. हालांकि, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने ट्रंप की विलय संबंधी टिप्पणियों को कमतर आंकते हुए कहा कि राष्ट्रपति का मानना है कि कनाडा को आर्थिक दृष्टिकोण से 51वां राज्य बनना चाहिए. उन्होंने कहा, “उनका कहना है कि अगर वे 51वां राज्य बन गए, तो हमें सीमा और फेंटेनाइल के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं होगी, क्योंकि तब हम इसे प्रबंधित करने में सक्षम होंगे.”
कनाडा से सभी आयातों पर टैरिफ लगाने की ट्रंप की धमकियों और देश को 51वां अमेरिकी राज्य बनाने के लिए विलय करने के उनके निरंतर विचारों के कारण संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के बीच संबंध अब तक के सबसे निचले स्तर पर हैं.
कनाडा में सभी चिंतित
इस दृष्टिकोण को कई कनाडाई लोगों ने संदेह के साथ देखा है, जिन्हें लगता है कि उनके देश की संप्रभुता खतरे में है. रुबियो ने संवाददाताओं से कहा, “G7 की बैठक इस बारे में नहीं है कि हम कनाडा पर कैसे कब्ज़ा करेंगे.” जैसे-जैसे कनाडा एक नए प्रधानमंत्री को शपथ दिलाने की तैयारी कर रहा है, अमेरिका के साथ व्यापार विवाद एक गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है. प्रधानमंत्री-पदनामित मार्क कार्नी ने ट्रंप के व्यापार हमले को “आर्थिक और संप्रभु संकट” के रूप में पहचाना है और कनाडा और ग्रीनलैंड पर राष्ट्रपति ट्रंप की कब्ज़ा करने की कोशिशों को रोकने की कसम खाई है. उन्होंने रविवार को चेतावनी देते हुए कहा, “अमेरिकी हमारे संसाधन, हमारा पानी, हमारी ज़मीन, हमारा देश चाहते हैं. इसके बारे में सोचिए. अगर वे सफल हो गए, तो वे हमारी जीवन शैली को नष्ट कर देंगे.”