CG – भ्रष्ट्र सरपंच-सचिव ने लूट लिया पंचायत मूलभूत की राशि सम्मेलन शिविर वाहन भाड़ा व नाश्ते भोजन में खर्च किया बुनियादी विकास के नाम पर मूलभूत 15वें वित्त से भारी- भरकम राशि पढ़े पूरी ख़बर

कोरबा//पंचायतों में अनेक तरह की समस्याएं और आवश्यकताएं होती है। इनमें कई कार्य प्रमुखता व अनिवार्य श्रेणी के होते है। इन कार्यों को कराने के लिए पंचायत विभाग ने मूलभूत मद में पृथक से राशि निर्धारित किया है, ताकि इस राशि से पंचायत के द्वारा जरूरी कार्यों को करा सकें। ग्राम पंचायत मोहनपुर को भी मूलभूत मद में लाखों की राशि मिली। लेकिन भ्रष्ट्र सरपंच- सचिव ने बुनियादी विकास कार्यों के बजाय मूलभूत से एक बड़ी राशि सम्मेलन व शिविर में वाहन भाड़ा और नाश्ते, भोजन में खर्च होना बताया है।
जनपद पंचायत पोड़ी उपरोड़ा के ग्राम पंचायत मोहनपुर सरपंच सचिव का अलग ही कारनामा सामने आया है। दोनों ने मिलकर सरकारी खजाने में डांका डाल दिया और मूलभूत,15वें वित्त की राशि से अपनी झोली भरी। यहां वर्तमान निर्वाचित सरपंच जागेश्वर सिंह है। बीते पंचवर्षीय में इनकी पत्नी सावित्री बाई सरपंच निर्वाचित रही है। उस दौरान जागेश्वर सिंह का पंचायती कामकाज में दखल रहा और सचिव रहीम अली के साथ मिलकर सरकारी काम करने के लिए आए पैसों का जमकर घोटाला किया गया। जिसमें से एक घोटाला सम्मेलन और शिविर हेतु वाहन भाड़ा व नाश्ता, भोजन पर ही मूलभूत मद से 1.37 लाख का खर्च बताया गया है, जो इस पंचायत के ग्रामीणों के गले नही उतर रही है। आपको सरपंच-सचिव द्वारा किये इस कारनामे के बारे में विस्तार से बताते चलें कि मूलभूत मद से जो राशि निकाली गई है उसमें संकल्प यात्रा एवं सुशासन दिवस हेतु टेंट एवं मिष्ठान पर रिचार्ज बाउचर की तिथि 27/12/2023 में 40 हजार, राजीव युवा मितान शिविर रायपुर जाने वाहन किराया पर रिचार्ज बाउचर तिथि 27/02/2024 को 47 हजार एवं पंच- सरपंच सम्मेलन के लिए रायपुर जाने वाहन किराया एवं जलपान में रिचार्ज बाउचर तिथि 23/03/2024 को 50 हजार की राशि निकाली गई है। इस तरह से पंचायत के नियम कायदों को ताक पर रखकर 1 लाख 37 हजार का खर्च बताया गया है। जिस खर्च को लेकर पंचायत के ग्रामीणों ने तंज कसते हुए कहा है कि राजीव युवा मितान शिविर और पंच- सरपंच सम्मेलन हेतु क्या पूरे गांव को बाराती बतौर रायपुर ले गए थे जो वाहन भाड़ा पर भारी- भरकम खर्च राशि निकाली गई है। वहीं संकल्प यात्रा एवं सुशासन दिवस पर टेंट कार्य की अधिकतम खर्च राशि 10 से 12 हजार आयी होगी, जिसमे सम्मिलित आम लोगों को मुर्रा मिक्चर खिलाया गया और टेंट सहित मिष्ठान के नाम पर 40 हजार की राशि का वारा- न्यारा किया गया है। बता दें कि मूलभूत की राशि खर्च करने पंचायत विभाग के स्पष्ट दिशा- निर्देश है। यह राशि किन कार्यों पर खर्च किये जाने है और किन कार्यों में नही, यह भी स्पष्ट है। मूलभूत मद से स्टेशनरी खरीदी, बिजली बिल भुगतान व मरम्मत, पेयजल, सफाई कार्य, नाली निर्माण, स्कूल मरम्मत, 26 जनवरी व 15 अगस्त को स्कूल में मिठाई वितरण, पंचायत भवन व अन्य सरकारी भवन के मरम्मत व रंगाई- पोताई, कुर्सी टेबल खरीदी सहित 18 कार्यों पर खर्च तय किया गया है। लेकिन भ्रष्ट्र सरपंच- सचिव ने मूलभूत की राशि निर्धारित मद से बाहर खर्च बताया है। ऐसे में मामले की जांच होने और ग्रामीणों का बयान दर्ज करने पर वास्तविकता खुलकर सामने आ सकेगा। साथ ही यह भी तय हो सकेगा कि विकास कार्य के बजाय राशि का अनुचित तरीके से खर्च बताया गया है। जिसमे बुनियादी जरूरतों के काम प्रभावित हुए है। बहरहाल यहां सरपंच- सचिव ने मूलभूत और 15वें वित्त की राशि में मनमाने भ्रष्ट्राचार को अंजाम दिए है, जिसे अगले खबरों के माध्यम से प्रसारित किया जाएगा।