जनसंपर्क छत्तीसगढ़

CG News: प्रेम प्रसंग में विवाद बना मौत की वजह, डंडे से पीट-पीटकर महिला की हत्या, आरोपी पड़ोसी से चल रहा था अवैध संबंध….

सक्ती। प्रेम प्रसंग में पांच हजार रुपये को लेकर हुए विवाद में प्रेमी ने अपनी प्रमिका की बेरहमी से हत्या कर दी। महिला द्वारा थप्पड़ मारने से नाराज आरोपी ने लकड़ी के गुटके से वार कर उसकी जान ले ली। घटना के आठ घंटे के भीतर बाराद्वार पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश कर दिया। मामला बाराद्वार थाना क्षेत्र का है।

बाराद्वार अंतर्गत ग्राम डुमरपारा में शुक्रवार की रात करीब 10 बजे एक महिला का शव खंडहरनुमा मकान में मिला। इसकी सूचना पर थाना प्रभारी लखनलाल पटेल मौके पर पहुंचे। मृतका की पहचान गांव में ही रहने वाली दुवासबाई केंवट के रूप में हुई। उसके सिर और शरीर पर गंभीर चोट के निशान थे। पति रामकुमार ने बताया कि वह सुबह लुना से आश्रम गया था, शाम को लौटा तो पत्नी घर पर नहीं मिली। खोजबीन में वह अपने बेटे तनवीर के साथ पास के खंडहरनुमा मकान में पहुंचा, जहां उसकी पत्नी मृत मिली।

प्राथमिक पूछताछ के बाद डॉग स्क्वॉड, एफएसएल और फोरेंसिक टीम को बुलाया गया। जांच के दौरान पता चला कि मृतका का पति जब लद्दाख कमाने गया था तो पड़ोसी रामुकमार केंवट उर्फ कर्रीहा (48) से उसका प्रेम संबंध हो गया था। पिछले 10 वर्षों से प्रेम संबंध था। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की। आरोपी ने हत्या स्वीकार कर ली। आरोपी ने बताया कि घटना वाले दिन दोपहर करीब तीन बजे दुवासबाई उसके घर आई। उसने रामकुमार को ईशारे पास के खंडहरनुमा मकान में बुलाया।

वहां जाने पर दुवासा ने उससे पांच हजार रुपये मांगे। रुपये नहीं देने पर महिला ने थप्पड़ मार दिया, जिससे गुस्से में आकर आरोपी ने पास पड़ी मोटी लकड़ी से उसके सिर पर तीन वार कर हत्या कर दी और शव पर कंबल डालकर फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी के घर से खून से सने कपड़े, वारदात में प्रयुक्त लकड़ी बरामद की है। एफएसएल जांच में खून के धब्बों की पुष्टि हुई है। आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।

यह भी पढ़ें :-  Nandini Tandi : महतारी वंदन की राशि से मन प्रसन्न और बटुआ भरा रहता है, चिंता नहीं सताती

टीम में ये रहे शामिल

कार्रवाई में थाना प्रभारी लखनलाल पटेल के साथ एएसआई यशवंत राठौर, नजीर हुसैन, प्रधान आरक्षक राजेश पैकरा, अरुण कौशिक, योगेश राठौर, अजय बंजारे, किशोर सिदार, रामनिवास उरांव सहित अन्य पुलिसकर्मियों का योगदान रहा।

Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button