देश

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से एक दिन पहले चंडीगढ़ के मेयर मनोज सोनकर ने दिया इस्तीफा, AAP के 3 पार्षद बीजेपी में शामिल

नई दिल्ली:

मेयर चुनाव में कथित छेड़छाड़ मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से एक दिन पहले रविवार की शाम बीजेपी नेता मनोज सोनकर(Manoj Sonkar) ने चंडीगढ़ मेयर पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने 30 जनवरी को आम आदमी पार्टी के कुलदीप कुमार को हराकर चुनाव जीता था. हालांकि चुनाव परिणाम को विपक्षी दलों की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गयी थी. बीजेपी को 16 वोट मिले थे और कांग्रेस और आप के संयुक्त उम्मीदवार कुलदीप सिंह 12 वोट ही हासिल कर पाए थे. आप और कांग्रेस के 8 मतों को अवैध घोषित कर दिया गया था. जिसका कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की तरफ से विरोध किया गया था. इस बीच बदलते राजनीतिक घटनाक्रम में आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद बीजेपी में शामिल हो गए हैं.

यह भी पढ़ें

तीन पार्षदों के पाला बदलने से बदल जाएगा गणित

तीन पार्षदों के पाला बदलने से आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को बड़ा झटका लगा है. बीजेपी समर्थक पार्षदों की संख्या अब 19 हो गयी है. इससे पहले यह आंकड़ा 16 ही था. सदन में जादुई आकंड़ा 19 ही है. चंडीगढ़ में बीजेपी के 14 पार्षद हैं. एक सीट एसएडी के पास है वहीं चंडीगढ़ के सांसद को भी इस चुनाव में वोट डालने का अधिकार है. इन दोनों को मिलाकर बीजेपी के साथ 16 वोट थे. अब आप के 3 पार्षदों के पाला बदलने के बाद यह संख्या 19 तक पहुंच गया है. 

सुप्रीम कोर्ट ने की थी कड़ी टिप्पणी

सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने रिटर्निंग अफसर को कड़ी फटकार लगाई थी. CJI डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा था कि रिटर्निंग अफसर ने जो किया वो लोकतंत्र की हत्या जैसा है. वीडियो में साफ दिख रहा है कि वो कैमरे में देख रहा है और बैलेट पेपर को खराब कर रहे हैं. इस अफसर पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.

यह भी पढ़ें :-  खरगे के '100 पार' वाले दावे में कितना दम? BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की कांग्रेस की सीटों की भविष्यवाणी

केजरीवाल ने “दिन दहाड़े बेईमानी” का लगाया था आरोप 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर बेईमानी का आरोप लगाते हुए एक्स पर एक पोस्ट किया था. जिसमें सीएम ने कहा था कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में दिन दहाड़े जिस तरह से बेईमानी की गई है, वो बेहद चिंताजनक है. यदि एक मेयर चुनाव में ये लोग इतना गिर सकते हैं तो देश के चुनाव में तो ये किसी भी हद तक जा सकते हैं. ये बेहद चिंताजनक है. 

ये भी पढ़ें- :

Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button