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दुनिया

बच्चे- बुजुर्ग तक को नहीं छोड़ा, सबको खुलेआम मार रहे थे… बलूचिस्तान ट्रेन हाइजैक की ये आपबीती सुने










पाकिस्तानी सेना का दावा- छुड़ाए गई सभी बंधक

वो मंजर बेहद खौफनाक था… हर तरफ लाशे पड़ी हुई थीं. हमें ये भी नहीं पता था कि हम बच पाएंगे या नहीं. जिस जिस ने भी उनके सामने मुंह खोला उनको गोली मार दी. बोगियों के अंदर भी लाशे बिछी पड़ी हैं. हम अल्लाह की रहम से बचकर निकल पाए हैं. ये उस शख्स की आपबीती है जो हाइजैक हुए ट्रेन से किसी तरह से अपनी जान बचाकर भागने में सफल रहे. इस शख्स ने पाकिस्तानी मीडिया को बताया कि जिस समय उनको अंदर बंधक बनाकर रखा गया था उस दौरान ट्रेन के अंदर के हालात बहुत भयावह थे. हर तरफ खून ही खून बिखरा पड़ा था. जिन विद्रोहियों ने ट्रेन को हाइजैक किया था वो बच्चे या बड़ों में फर्क तक नहीं कर रहे थे. इस चश्मदीद शख्स ने दावा किया है कि ट्रेन के अंदर बड़ी संख्या में लाशें मौजूद थीं. 

आपको बता दें कि पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि उसने बलूचिस्तान के विद्रोहियों के कब्जे से सभी बंधकों को छुड़ा लिया है. वहीं बलूचिस्तान विद्रोहियों का कहना है कि उनके कब्जे में अभी भी 150 से ज्यादा लोगों को अभी भी बंधक बनाया हुआ है. पाकिस्तानी सेना ने बंधकों को रिहा करना के लिए पाकिस्तान आर्मी का ये ऑपरेशन 24 घंटे से भी ज्‍यादा समय तक चला. पाकिस्‍तान सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने टीवी चैनल ‘दुनिया न्यूज’ को बताया कि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल पर मौजूद सभी 33 लड़ाकों को मार गिराया. सभी यात्रियों को सुरक्षित छुड़ाकर बुधवार शाम को ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया.

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पाकिस्‍तान सेना के प्रवक्ता के दवे के बीच जाफर ट्रेन के बंधकों को लेकर अब भी सस्पेंस बना हुआ है. एक तरफ पाकिस्तान आर्मी कह रही है कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है. तो वहीं बीएलए का दावा है कि 154 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक अब भी उनके कब्जे में हैं. उन्होंने दावा किया कि पाक सेना ने बंधकों को बचाने के लिए 16 बार कोशिशें कीं. इस दौरान उनके 63 जवान घायल हो गए.



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