"आजादी और स्वतंत्रता कितने बेशकीमती, इससे पता…"; बांग्लादेश संकट पर CJI डी वाई चंद्रचूड़
नई दिल्ली:
बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता की वजह से जो हालात बने उसने भारत की सिरदर्दी बढ़ा दी है. यही वजह है कि बांग्लादेश संकट पर भारत में भी काफी हलचल देखने को मिली. अब बांग्लादेश संकट पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डी वाई चंद्रचूड़ ने अपनी प्रतिक्रिया दी हैं. चीफ जस्टिस ने कहा कि बांग्लादेश में जो भी हो रहा है वो हमें याद दिलाता है कि आजादी और स्वतंत्रता कितने बेशकीमती है. इसी के साथ चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डी वाई चंद्रचूड़ ने आगे कहा कि महिलाओं की गरिमा की सुरक्षा हमारी संस्कृति का हिस्सा हैं. हमारे विद्वान कवियों ने इसका जिक्र किया है. विधि विशेषज्ञों और वकीलों ने प्रैक्टिस छोड़कर देश की आजादी की लड़ाई और बाद के वर्षों में शासन में अपनी भूमिका निभाई.
आशा है कि बांग्लादेश में हालात जल्द सामान्य होंगे : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि बांग्लादेश में हालात जल्द सामान्य होंगे और वहां हिंदू तथा दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी. उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में यह भी कहा कि बांग्लादेश की विकास यात्रा को लेकर शुभेच्छा रहेगी. पीएम मोदी ने कहा, ‘‘बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है उसको लेकर पड़ोसी देश के नाते हमें चिंता होना स्वाभाविक है. मैं आशा करता हूं कि वहां हालात जल्द सामान्य होंगे. 140 करोड़ देशवासियों की चिंता यह है कि वहां हिंदू, अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित हो.”
उन्होंने कहा, ‘‘भारत हमेशा चाहता है कि हमारे पड़ोसी देश सुख और शांति के मार्ग पर चलें. शांति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है, हमारे संस्कार हैं. आने वाले दिनों में बांग्लादेश की विकास यात्रा के लिए हमेशा हमारी शुभेच्छा रहेगी, क्योंकि हम मानव जाति की भलाई के बारे में सोचने वाले लोग हैं.” बांग्लादेश में पिछले दिनों प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने के बाद से कई हिंदू मंदिरों, हिंदू समुदाय के लोगों के घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की खबरें हैं. नौकरियों में विवादास्पद कोटा प्रणाली को लेकर शेख हसीना नीत सरकार के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद देश में अव्यवस्था का माहौल हो गया.
बांग्लादेश भारत के लिए क्यों बना सिरदर्द
पाकिस्तान और चीन के भारत के साथ रिश्ते कितने तल्ख है, ये किसी से छिपा नहीं है. जबकि ये दोनों ही भारत के पड़ोसी मुल्क है. बावजूद इसके दोनों ही देशों से भारत को लगातार चुनौती मिल रही है. एक तरफ पाकिस्तान भारत में आतकंवाद को बढ़ावा देने में लगा है. वहीं चीन के साथ सीमा विवाद भी भारत के जी का जंजाल बना है. ऐसे में अगर बांग्लादेश में किसी तरह की राजनीतिक अस्थिरता लंबे वक्त तक कामय रही तो तो यकीनन भारत के लिए मुसीबतें और बढ़ जाएगी. बांग्लादेश के भारत के साथ काफी अच्छे रिश्ते रहे हैं. ऐसे में भारत किसी हाल नहीं चाहेगा कि वहां कुछ ऐसा हो जिससे भारत की परेशानियां और बढ़ जाएं.