Jannah Theme License is not validated, Go to the theme options page to validate the license, You need a single license for each domain name.
देश

सीएम योगी ने बाबा गुरु गोरखनाथ को चढ़ाई खिचड़ी, प्रदेशवासियों को दी मकर संक्रांति की बधाई

मकर संक्रांति के अवसर पर मैं सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं: योगी आदित्यनाथ


प्रयागराज:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मकर संक्रांति के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की. गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को ब्रह्म मुहूर्त में शिवावतार गुरु गोरखनाथ बाबा को लोक आस्था की खिचड़ी चढ़ाई, इसके बाद आम श्रद्धालुओं के लिए गोरखनाथ मंदिर के पट खोले गए. मान्यता है कि बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाकर मन्नत मांगने वाला कभी निराश नहीं होता. बता दें कि हर साल गोरखपुर में 1 दिन बाद मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता था. इस बार 15 जनवरी की जगह शुभ लग्न को देखते हुए 14 जनवरी को ही गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाई जा रही है.

दूर-दूर से आ रहे हैं लोग

मकर संक्रांति पर्व को लेकर मंदिर और मेला परिसर सजा हुआ है. समूचा मंदिर क्षेत्र सतरंगी रोशनी में नहाया हुआ है. यहां श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला सोमवार से ही प्रारंभ हो गया है. मंदिर प्रबंधन की तरफ से उनके ठहरने और अन्य सुविधाओं का पूरा इंतज़ाम किया गया है. प्रशासन की तरफ से रैन बसेरों में भी पूरी व्यवस्था की गई है.

योगी आदित्यनाथ ने कहा, “मकर संक्रांति के अवसर पर मैं सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. यह भगवान सूर्य के प्रति आभार व्यक्त करने का पर्व और उत्सव है. सनातन धर्म के अनुयायी देश के विभिन्न हिस्सों में इस पर्व को अलग-अलग नामों से मनाते हैं. आज महाकुंभ के पहले अमृत स्नान का दिन है. देश और दुनिया में महाकुंभ के प्रति आकर्षण देखना अविश्वसनीय है. कल लगभग 1.75 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई..”

यह भी पढ़ें :-  Ayodhya Ram Mandir news LIVE updates: खत्म हुआ इंतजार, भक्तों पर कृपा बरसाने आज अयोध्या आ रहे हैं प्रभु श्रीराम

सीएम योगी ने अपील किया कि,प्लास्टिक का प्रयोग न करें. शासन-प्रशासन के साथ सभी स्वयंसेवी संगठन लगाए गए हैं. इस अमृत स्नान के साथ सभी लोग आस्था के साथ मकर संक्रांति के पर्व को मनाएं. आप सभी को मकर संक्रांति की पुनः शुभकामनाएं.

ये भी पढ़ें-महाकुंभ 2025: अध्यात्म की ऊर्जा से दमका प्रयागराज, जानें पूरा इतिहास


Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button