कांग्रेस और इंडी अलायंस ने भगवान राम को नहीं छोड़ा, इनसे लोकतंत्र को है खतरा : इंद्रेश कुमार
देश में सीमा सुरक्षा की चर्चा करते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि पहले की सरकारों के दौरान हर महीने हमला होता था. फौजी मरते थे, अब वह बंद हो गया है. पाकिस्तान हिम्मत नहीं कर सकता, इसी तरह से चीन अंदर घुसता था, उसे डोकलाम से हटाया. भारतीय सैनिकों ने दो-दो हाथ करके सबक सिखाया. देश में इनके माल पर रोक लगे. चीन की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, ऐसे में उसके पास यह ताकत नहीं है कि वो भारत की सीमाओं से छेड़छाड़ कर सके. मोदी सरकार के दौरान देश की सीमाओं, जन और जमीन सुरक्षित रहेगी, इसलिए, जागरूक होकर अपना मतदान करें और देश में स्थिर सरकार का गठन करें.
उन्होंने खासतौर पर जिक्र किया कि मोदी सरकार ने बिना भेदभाव के तमाम योजनाओं को शुरू किया, जिसका सभी को लाभ मिला है. भारत के काढ़ा और वैक्सीन ने कोरोना काल के दौरान पूरे विश्व की रक्षा की.
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस का रवैया संविधान और लोकतंत्र को खत्म करने का रहा है. पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र नष्ट कर दिया. ऐतिहासिक सत्य यह है कि जब भी जरूरत पड़ी तो देश की एकता-अखड़ता, लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए राष्ट्रवादी और राजनीतिक लोगों ने भूमिका निभाई है.
उन्होंने कहा कि भाजपा पर संविधान खत्म करने का आरोप लगाना गलत है. सच यह है कि कांग्रेस ने समय-समय पर संविधान संशोधन किए और संविधान की धज्जियां उड़ाई. कांग्रेस ने देश को शुरू से दो संविधान, दो निशान, दो प्रधान, दो नागरिकता वाला बना दिया था. देश की एकता के लिए देश से धारा 370 को समाप्त किया गया.
इंद्रेश कुमार ने आगे कहा कि कांग्रेस का विरोध भाजपा से था, भगवान राम से भला कौन सा बैर? कांग्रेस ने अपनी सारी नफरत को अयोध्या के खिलाफ करके ऐसा काम किया है, जो बहुत ही अशोभनीय है. कांग्रेस पार्टी अब आरएसएस और बीजेपी का विरोध करते-करते राम का विरोध भी करने लगी है और इसलिए उसी की पार्टी के नेता अब कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं. कांग्रेस ने ऐसा अमानवीय व्यवहार करके करोड़ों हिंदू भक्तों और सनातनियों को आहत किया है. अगर ऐसे लोग सत्ता में आते हैं तो पूरा खतरा है कि संविधान-लोकतंत्र खतरे में आ जाए.
मुसलमानों के आरक्षण के मुद्दे पर इंद्रेश कुमार ने कहा कि इस्लाम में छुआछूत और जातिवाद नहीं है. ऐसे में इंडी गठबंधन के नेता मुसलमानों को आरक्षण देने की वकालत करके यह बताना चाह रहे हैं कि इस्लाम भी इन कुरीतियों से ग्रस्त है. वो इस्लाम का घोर अपमान कर रहे हैं. मुसलमानों को ही आरक्षण क्यों? इसाई, बौद्ध, पारसी आदि धर्मों के जो अल्पसंख्यक हैं, उनसे आवाज आ रही है कि यह दल हमसे नफरत करते हैं और मुसलमानों को ‘आई लव यू’ कहते हैं. हिंदू धर्म के सभी लोगों के मन में डर है कि हमारा क्या होगा. आजाद भारत के बाद विभाजन करा दिया, इसी तरह ये नए विभाजन की नींव तो नहीं है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच को लेकर उन्होंने कहा कि कोर्ट को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए, जिससे सच्चाई सामने आ सके.
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