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राम गोपाल वर्मा की फिल्म पर विवाद, चंद्रबाबू नायडू के पुत्र ने अदालत का दरवाजा खटखटाया

लोकेश ने हाईकोर्ट में दाखिल याचिका में साजिशों के जाल के बीच एक पुलिस अधिकारी के काम के बारे में अपराध-थ्रिलर फिल्म के सेंसर प्रमाणपत्र को रद्द करने का अनुरोध किया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि फिल्म में चंद्रबाबू नायडू को “अलोकप्रिय” बनाने के लिए “गलत तरीके से पेश किया गया.”

टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव लोकेश ने हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा है कि निर्देशक और निर्माता के काम से नायडू के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन हुआ है.

लोकेश ने आरोप लगाया है कि यह फिल्म मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के समर्थन से बनाई गई है. उन्होंने कहा कि फिल्म का लक्ष्य विपक्षी टीडीपी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना है.

लोकेश ने आरोप लगाया कि निर्माता-निर्देशक पहले भी कई “गलत” फिल्में बना चुके हैं. यह जानते हुए भी कि नुकसान होगा, वे जगन रेड्डी के समर्थन से यह फिल्म बना रहे हैं.

तेलंगाना हाईकोर्ट इस याचिका पर मंगलवार को सुनवाई करेगा.

राम गोपाल वर्मा ने विजयवाड़ा के इंदिरा गांधी म्यूनिसिपल स्टेडियम में ‘व्यूहम’ के लिए एक भव्य प्री-रिलीज़ कार्यक्रम का आयोजन किया है. उन्होंने कॉलेज के छात्रों और जोड़ों को इस संगीत कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है.

विवादास्पद फिल्म निर्माता के रूप में पहचाने जाने वाले रामगोपाल वर्मा (RGV) ने लोकेश, चंद्रबाबू नायडू और पवन कल्याण को भी आमंत्रित किया है. 

आरजीवी ने कहा कि वे जनवरी में न सिर्फ ‘व्यूहम’, बल्कि ‘शापाधाम’ भी रिलीज कर रहे हैं. 

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साल 2019 के चुनाव से पहले खुद को आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी का प्रशंसक बताने वाले निर्देशक माही वी राघव ने वाईएसआर की 1,500 किलोमीटर की पदयात्रा पर ‘यात्रा’ नामक फिल्म बनाई थी. यह फिल्म उन्हें लोगों के करीब ले गई और उन्हें 2004 में मुख्यमंत्री बना दिया.

राघव अब ‘यात्रा 2’ बना रहे हैं, जिसमें वाईएसआर की मौत के बाद 2009 से लेकर 2019 तक की घटनाएं शामिल की गई हैं. मलयालम अभिनेता ममूटी ने वाईएसआर का रोल निभाया है और तमिल अभिनेता जीवा ने जगनमोहन रेड्डी की भूमिका निभाई है.

पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को कथित करोड़ों रुपये के कौशल विकास घोटाला केस में 9 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद वे एक महीने से अधिक समय तक जेल में रहे. इस मामले में जगन रेड्डी ने टीडीपी की ओर से लगाए गए राजनीतिक प्रतिशोध के आरोपों को खारिज कर दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि केंद्रीय एजेंसियों ने ही नायडू के खिलाफ आरोपों की जांच की थी.

जगन रेड्डी ने 9 अक्टूबर को पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से कहा था कि, “प्रतिशोध के कारण चंद्रबाबू नायडू को गिरफ्तार नहीं किया गया. मेरे मन में नायडू के खिलाफ कोई प्रतिशोध नहीं है. गिरफ्तारी से मेरा कोई लेना-देना नहीं है. यह (गिरफ्तारी) तब की गई जब मैं भारत में नहीं था.” 

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