सड़क से लेकर घरों तक मगरमच्छ का आतंक, गुजरात में आखिर ये हो क्या रहा
नई दिल्ली:
गुजरात में भारी बारिश के बाद बाढ़ का पानी भले कम हो गया हो लेकिन स्थानीय लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. बाढ़ के बाद अब यहां-वहां घूमते मगरमच्छ लोगों को डरा रहे हैं. खास तौर पर अगर बात वडोदरा की करें तो यहां के हालात बहुत खराब हैं. शहर के कई रिहायशी इलाकों में मगरमच्छ के घुसने की सूचना लगातार आ रही हैं.
A crocodile was spotted on the roof of a house in Gujarat’s #Vadodara as the state continues to reel from floods after extremely heavy rainfall.
The video of the incident has gone viral on social media. pic.twitter.com/YiQar38EXE
— Our Vadodara (@ourvadodara) August 29, 2024
#WATCH | Vadodara, Gujarat: Forest Department rescues the crocodile seen on the campus of the Maharaja Sayajirao University of Baroda pic.twitter.com/joBQjJfAHW
— ANI (@ANI) August 29, 2024
विश्वामित्री नदी के उफनने से शहर के कई इलाकों में बाढ़ आने के बाद सड़कों, पार्कों, आवासों के बाहर और एक विश्वविद्यालय के परिसर में भी मगरमच्छ देखे गए हैं. जिनकी लंबाई 10 से 15 फीट थी.
वडोदरा के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा कि बाढ़ की वजह से बीते कुछ दिनों में 10 मगरमच्छों को रेस्क्यू किया गया था. हमनें अभी तक दो मगरमच्छ को छोड़ दिया है जबकि अन्य आठ हमारे पास ही हैं.
आपको बता दें कि इन दिनों विश्वामित्री नदी उफान पर है. बताया जाता है कि इस नदी में 300 से ज्यादा बड़े मगरमच्छ हैं.बाढ़ की वजह से इसी नदी से कई मगरमच्छ रिहायशी इलाकों में घुस गए. बीते दिनों भी कई घरों में मगरमच्छ के घुसने की बात सामने आई थी. बाद में बताया गया था कि ये मगरमच्छ भी बाढ़ के पानी के साथ इन घरों में घुस गए हैं. बाद में इसे वहां से रेस्क्यू किया गया था.
बारिश से जुड़ी घटनाओं में 19 लोगों की मौत
बता दें कि गुजरात में बारिश से संबंधित घटनाओं में गुरुवार तक 19 और लोगों की मौत हो गई थी. जिससे ऐसी घटनाओं में तीन दिन में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी थी. अधिकारियों ने बताया था कि राज्य के कुछ हिस्सों में बुधवार को लगातार चौथे दिन भी भारी बारिश जारी है. वहीं, बाढ़ प्रभावित इलाकों में से 17,800 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.