कोचिंग हादसे पर दिल्ली पुलिस की कार्रवाई, प्रदर्शन कर रहे छात्रों को हटा रही है पुलिस
नई दिल्ली:
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में 3 UPSC छात्रों की मौत ने हर किसी को गमगीन कर दिया है. अब इस मामले में छात्र इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं. कोचिंग हादसे में इंसाफ के लिए प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पुलिस ने हटाना शुरू कर दिया है. प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिलने के लिए एमसीडी के एडिशनल कमिश्नर डॉक्टर थॉमस भी पहुंचे. जहां वो छात्रों से उनकी समस्याओं पर बातचीत कर रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने अब पानी पिया लिया है. पुलिस की कार्रवाई पर छात्रों ने कहा कि हम इंसाफ की मांग कर रहे हैं और हमें यहां से जबरन उठाया जा रहा है.
बेसमेंट फिर खुलेगा और लोग फिर मरेंगे…
प्रदर्शन में शामिल छात्र ने कहा कि हम कैसे पढ़ाई कर लें, ये हमें हटने को बोल रहे हैं. बेसमेंट फिर से खुल जाएगा, फिर से वहीं रिपीट होगा. फिर लोग मरेंगे. उसके बाद आश्वासना दिया जाएगा कि ये सही हो गया ये गलत हो गया है. आखिर कब सही होगा. मुखर्जीनगर में सालभर से यही चल रहा है. हमारी मांगों पर आश्वासन तक नहीं मिला. अगर हमें भरोसा चला जाए तो हम वापस चले जाएंगे. हमें लिखित में कुछ नहीं बताया गया. मेन्स के टाइम भी बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस इलाके में ना सिर्फ कोचिंग सेंटर बंद पड़े हैं बल्कि मार्किट भी बंद है.
प्रदर्शन करने पर दी जा रही धमकी
प्रदर्शन कर रहे एमपी के एक छात्र ने कहा कि शिक्षा के ठेकेदार सामने आए. कोचिंग सेंटर के डायरेक्टर सामने आए. प्रशासन के अधिकारी लोग सामने आए. जब वो सामने आएंगे तब हम अपनी मांग रखेंगे. जो हमारे भाई बहन गुजरे हैं, उन्हें पांच करोड़ का मुआवजा दिया जाए. पीड़ित परिवारों को एक जॉब दी जाए. सहारनुपर के एक छात्र ने कहा कि हमें प्रदर्शन की इजाजत नहीं मिली. अगर हम प्रोटेस्ट करते हैं तो हमारे ऊपर एफआईआर की बात कही जाती है. जो बच्चे प्रदर्शन से जुड़ने आते हैं, उन्हें भी डराया जाता है.
एक अन्य छात्र ने कहा कि हम अपनी टीम का इंतजार कर रहे हैं फिर हम चक्का जाम करेंगे. हम चौराहे पर बैठेंगे जब तक लोगों को दिक्कत नहीं होगी. तब तक ये हमारी नहीं सुनेंगे. कोई अधिकारी नहीं आया. हम बैठे हैं, लेकिन बात करने नहीं आ रहे. एक अन्य छात्र ने कहा कि पुलिस हमारे साथ धक्का मुक्की करती है. रात में भी गाड़ी लेके प्रशासन के लोग आए और खराब सलूक किया. हमें साइड ले जाके कहते हैं कि तुम अगर प्रदर्शन में रहोंगे तो एफआईआर कर देंगे तुम्हारा करियर खराब हो जाएगा. हम तो पढ़ाई करने आए हैं.
दिल्ली पुलिस इस मामले में कड़ी कार्रवाई की बात कह रही है. राजेंद्र नगर में रविवार को विरोध प्रदर्शन कर रहे कुछ छात्रों को हिरासत में ले लिया गया था. ये छात्र इलाके के एक कोचिंग सेंटर में सिविल सेवा की तैयारी करने वाले तीन अभ्यर्थियों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई और उनके परिवारों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों ने ‘‘हमें न्याय चाहिए” जैसे नारे लगाते हुए करोल बाग मेट्रो स्टेशन के पास सड़क को रोक दिया था, जिससे क्षेत्र में यातायात जाम हो गया.
छात्रों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की
प्रदर्शन के दौरान छात्रों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की हुई, जिसके बाद कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया और बस में ले जाया गया था. प्रदर्शनकारियों के वहां से हटने के बाद पुलिस ने यातायात की आवाजाही फिर से शुरू कर दी. पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ‘बॉडी कैमरा’ और ड्रोन का भी इस्तेमाल किया.
पुलिस उपायुक्त (मध्य) एम हर्षवर्धन ने बताया कि शनिवार शाम से ही ओल्ड राजेंद्र नगर में छात्रों ने घटना के विरोध में सड़क को अवरुद्ध कर दिया था. हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘हम उनकी (प्रदर्शनकारियों की) भावनाओं को समझते हैं और उनके साथ रचनात्मक तरीके से बातचीत कर रहे हैं, ताकि प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे. उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस और प्रशासन दोनों ने बार-बार छात्रों से मुख्य सड़क को अवरुद्ध न करने का अनुरोध किया. चूंकि उन्होंने एक घंटे के बाद भी मुख्य सड़क को खाली करने से इनकार कर दिया, इसलिए लोगों को हो रही असुविधा और पास के अस्पतालों में अवरोध को देखते हुए उन्हें वहां से हटा दिया गया.”
कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में डूबने से 3 छात्रों की मौत
शनिवार शाम दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में भारी बारिश के बाद कोचिंग सेंटर राव आईएएस स्टडी सर्किल की इमारत के बेसमेंट में पानी भर जाने से उत्तर प्रदेश के आंबेडकर नगर की श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी और केरल के एर्नाकुलम के नवीन दलविन की मौत हो गई. प्रदर्शन स्थल पर, सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले और कोचिंग छात्र अमन सक्सेना ने कहा, ‘‘यदि अधिकारी हमारी मांगें नहीं मानेंगे तो हम आगे प्रदर्शन करने और अपनी मांगों पर जोर देने के लिए जंतर-मंतर जाएंगे.” छात्रों ने कहा कि हम सिर्फ उन तीन छात्रों के लिए न्याय चाहते हैं, जिन्होंने इस घटना में अपनी जान गंवा दी।. यहां भारी संख्या में पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं, हम देश का भविष्य हैं और जो सही है, उसकी मांग कर रहे हैं.”
छात्रों ने एमसीडी को भी दोषी ठहराया
प्रदर्शनकारियों ने इस घटना के लिए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) को भी दोषी ठहराया. उन्होंने एमसीडी के खिलाफ नारे लगाए और मांग की कि निगम आयुक्त उनसे मिलें. इलाके में एक कोचिंग संस्थान के छात्र तमिलनाडु निवासी गुनासीलन ने कहा कि छात्र लाखों रुपये खर्च कर रहे हैं, लेकिन उन्हें उचित सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. गुनासीलन ने कहा, ‘‘मैं यूपीएससी कोचिंग के लिए तमिलनाडु से यहां आया हूं. हम लाखों रुपये खर्च कर रहे हैं और हमें उचित सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. मेरे परिवार को इस घटना के बारे में पता चला और उन्होंने मुझे फोन किया, मैंने उन्हें बताया कि मैं ठीक हूं.”
सिविल सेवा की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत ने छात्रों में आक्रोश पैदा कर दिया है और दिल्ली सरकार से जवाबदेही की मांग की है. ‘राव आईएएस स्टडी सर्किल’ और अन्य संस्थानों के छात्रों ने इस घटना पर अपना रोष जताते हुए कहा कि इससे शहर भर के कोचिंग सेंटर में सुरक्षा खामी उजागर हुई है. उन्होंने दिल्ली सरकार की ‘‘लापरवाही” पर सवाल उठाए. पहचान जाहिर नहीं करने की शर्त पर एक छात्र ने कहा, ‘‘घटना की सबसे बड़ी जिम्मेदारी राव आईएएस स्टडी सर्किल की है, क्योंकि घटना वहीं हुई.”
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