दिल्ली पुलिस ने शराब पेमेंट केस में डियाजियो इंडिया की CEO को तलब किया
नई दिल्ली:
सरकारी एजेंसियों को शराब पर छूट देने से जुड़ी जांच में डियाजियो इंडिया के सीईओ को नोटिस जारी करके शुक्रवार को पुलिस के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. डियाजियो इंडिया भारत में यूनाइटेड स्पिरिट्स के रूप में लिस्टेड है. सूत्रों के मुताबिक यह मामला सन 2017 से 2020 के बीच शराब की खुदरा दुकानें चलाने वाली सरकारी एजेंसियों से जुड़ा है. दिल्ली पुलिस इस अवधि के दौरान शराब की बिलिंग और छूट दिए जाने के मामले की जांच कर रही है. समाचार एजेंसी रॉयटर की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है.
दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक पुलिस ने डियाजियो के भारतीय कारोबार (यूनाइटेड स्पिरिट्स) की सीईओ को शुक्रवार को तलब किया है. बताया जाता है कि सीईओ को चार जुलाई के पुलिस ने नोटिस जारी किया था. यूनाइटेड स्पिरिट्स की सीईओ हिना नागराजन को शुक्रवार को पुलिस के सामने पेश होने और कंपनी की बिक्री से संबंधित कई दस्तावेज पेश करने के लिए कहा गया है.
पुलिस ने उनसे जांच में शामिल होने के लिए व्यक्तिगत रूप से या कंपनी के प्रतिनिधि के माध्यम से पेश होने के लिए कहा है. नागराजन यूनाइटेड स्पिरिट्स की मेजॉरिटी ऑनर हैं और डियाजियो की ग्लोबल एक्जीक्यूटिव कमेटी की सदस्य भी हैं. डियाजियो के पास यूनाइटेड स्पिरिट्स का करीब 56 फीसदी हिस्सा है. इसे डियाजियो इंडिया भी कहा जाता है.
डियाजियो इंडिया के प्रवक्ता ने दिल्ली पुलिस का नोटिस मिलने की पुष्टि की है. उन्होंने कहा है कि कंपनी पूरा सहयोग करेगी और “मांगी गई जानकारी दी जा रही है.”
मामले के जानकार शराब उद्योग के एक सूत्र के अनुसार, दिल्ली में चल रही जांच में इस बात का जिक्र किया गया कि कैसे डियाजियो इंडिया जैसी कंपनियां खुदरा दुकानें चलाने वाली सरकारी एजेंसियों को शराब की आपूर्ति करती हैं और कैसे यह एजेंसियां छूट देने वाले सप्लायरों को जल्दी पेमेंट करने की पेशकश करती हैं.
सूत्र ने बताया कि, पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या इस प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी हुई है? उसने यूनाइटेड स्पिरिट्स की सीईओ को गवाह के तौर पर तलब किया है. पुलिस ने नोटिस में नागराजन से यह स्पष्ट करने के लिए कहा है कि “क्या निगमों (सरकारी एजेंसियों) को दी गई छूट आबकारी नीति के अनुसार थी?”
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पर्यटकों की आवाजाही काफी होती है. पर्यटकों की मांग के कारण दिल्ली शहर प्रीमियम शराब ब्रांडों का एक प्रमुख बाजार बना हुआ है. यूरोमॉनीटर का अनुमान है कि जॉनी वॉकर स्कॉच व्हिस्की बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी स्पिरिट निर्माता कंपनी डियाजियो की भारत के 35 बिलियन डॉलर के बाजार में 19 प्रतिशत हिस्सेदारी है. यह भारत की सबसे बड़ी शराब कंपनी भी है.
दिल्ली पुलिस की ओर से चार जुलाई को जारी किए गए 9 पॉइंट के नोटिस में अप्रैल 2017 से मार्च 2020 के दौरान दिल्ली शहर की एजेंसियों से प्राप्त बिक्री और भुगतान के संबंध में यूनाइटेड स्पिरिट्स से चालान विवरण मांगा गया है. पेमेंट एकत्र करने वाले कंपनी कर्मचारी का नाम भी मांगा गया है. पुलिस ने कंपनी से उस अवधि के बैंक स्टेटमेंट भी मांगे हैं.