दिल्ली का दंगल : महिलाओं का वोट किसके साथ तो किसे मिलेगी चोट? आंकड़ों से समझिए
AAP के 70 उम्मीदवारों में से सिर्फ 10 महिलाएं
आम आदमी पार्टी के घोषित सभी 70 उम्मीदवारों में सिर्फ 10 ही महिलाएं हैं. वहीं कांग्रेस ने अब तक 48 उम्मीदवारों का एलान किया है जिनमें 4 ही महिलाएं हैं.
जबकि आप और कांग्रेस दोनों ही महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की बात करती हैं.
क्या कहती है आम आदमी पार्टी?
आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता शैली ओबेरॉय ने कहा कि दिल्ली के ज्यादातर लोग आम आदमी पार्टी के साथ हैं. पिछले दस सालों में आम आदमी पार्टी ने बहुमत के साथ तीन बार सरकार बनाई है. उन्होंने आम आदमी पार्टी के महिलाओं के लिए काम करने का दावा किया और आम आदमी पार्टी की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने महिलाओं के लिए पहली बार काम नहीं किया है. अगर मैं बात करूं महिलाओं को सशक्त करने के लिए तो अगर पूरे देश में कोई पार्टी है तो वो सिर्फ और सिर्फ आम आदमी पार्टी है.
उन्होंने भाजपा पर हमल बोलते हुए कहा कि भाजपा को समझ जा चुका है कि आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल अपने वादों पर खरे उतरते हैं. इसीलिए भाजपा बौखलाई हुई है. उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि दिल्ली पुलिस दिल्ली सरकार के पास नहीं होती है. दिल्ली में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है. आज भी कोई क्राइम होता है तो दिल्ली सरकार के लगाए सीसीटीवी कैमरों की ही फुटेज निकाली जाती है. उन्होंने कहा कि फर्जी मामलों में आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल में डाल दिया गया, जिस प्रकार से दिल्ली के जो थोडे बहुत हाल खराब हुए हैं तो उसके लिए भाजपा है. साथ ही आरोप लगाया कि भाजपा हिंदुत्व के गाने गाती है, वहीं दिल्ली में मंदिर को तुड़वाने के लिए ऑर्डर पास करती हैं.
भाजपा ने लगाई आरोपों की झड़ी
इसके साथ ही भाजपा प्रवक्ता शाजिया इल्मी ने कहा कि दिल्ली का बुरा हाल है. उन्होंने कहा कि मैं भाजपा में हूं और आप की संस्थापक सदस्य रही हूं, लेकिन इसके बावजूद कहूंगी कि शीला दीक्षित का बेहतरीन काम था और आज के दौर में कम से कम इस बात को कहना पड़ेगा क्योंकि 10 साल के बाद दिल्ली की बुरी हालत है. उन्होंने दिल्ली की आर्थिक सेहत को लेकर सवाल उठाया और कहा कि 31 सालों में जो राजस्व प्राप्तियां थीं, वो कम हुई हैं और खर्चा बढ़ा है. पहली बार दिल्लीवासियों को घाटे का अहसास हो रहा है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था. उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली विधानसभा की स्थापना से अब तक का सबसे खराब राजस्व रिकॉर्ड और गवर्नेंस देखने को मिला है.
उन्होंने कहा कि कहते हैं कि एलजी साहब हमें काम नहीं करने दे रहे हैं, हम काम नहीं कर पा रहे हैं और दूसरी ओर कहते हैं कि हमने सबसे शानदार काम किया है. उन्होंने सवाल किय कि एलजी आपको काम नहीं करने दे रहे हैं तो आपने काम कैसे किया है.
साथ ही आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनके 15 विधायक, आठ मंत्री और एक सांसद जेल की हवा खा चुके हैं, जिनमें पंजाब के भी मंत्री शामिल हैं तो आप सोचिये वो किस तरह की सरकार होगी.
साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री रहते अरविंद केजरीवाल के घर के रेनोवेशन पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान सादगी और वैकल्पिक राजनीति की बात करने वाले मुख्यमंत्री गोल्ड प्लेटेड कमोड और एक करोड़ के पर्दे खरीद रहे थे. उन्होंने कहा कि इससे बड़ी विपदा क्या थी, थोड़ी तो शर्म होती. आप का नाम सही है आपदा पार्टी.
गरीब तबका खुश, मध्यम वर्ग नाराज : चौधरी
वहीं वरिष्ठ पत्रकार नीरजा चौधरी ने कहा कि 2015 और 2020 में आम आदमी पार्टी की ओर महिलाओं का रुझान था, नहीं तो इतनी सीटें नहीं मिलतीं. उन्होंने कहा कि इस बार विभाजन गरीब और मध्यम वर्ग के बीच में है. मध्यम वर्ग अनमना है, आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल से इतना खुश नहीं है. लेकिन जो गरीब तबका है, जो झुग्गियों में है, उन्हें यकीन है कि उन्होंने हमारे लिए बहुत कुछ किया है.
उन्होंने कहा कि इस बार के विधानसभा चुनाव में शायद महिला वोटर भी बंटे. हालांकि महिला वोटर बहुत ही महत्वपूर्ण राजनीतिक करेंसी के रूप में देशभर में उभरी हैं. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि दिल्ली चुनाव के परिणाम को हमें बहुत ही बारीकी से देखना होगा कि महिला का रुझान क्या होता है. साथ ही उन्होंने कहा कि आज का वोटर यह जानना चाहता है कि मेरे हाथ में क्या आने वाला है.