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Exit Polls को अंतिम सच समझ लेने की गलती ना करें, हमेशा सही नहीं होते


नई दिल्ली:

लोकसभा चुनावों के तहत सातवें और आखिरी चरण का मतदान आज हो चुका है. अब बारी है एग्जिट पोल्स की, जिसे लेकर लोगों में अलग ही उत्सुकता रहती है. हालांकि अलग-अलग चैनलों पर प्रकाशित होने वाले एग्जिट पोल्स कितने सटीक बैठेंगे ये तो रिजल्ट के दिन ही साफ होगा, लेकिन पिछले 4 लोकसभा चुनावों के एग्जिट पोल्स के रिजल्ट इस पर स्थिति जरूर साफ कर देते हैं कि एग्जिट पोल्स को ही अंतिम लकीर समझ लेना समझदारी नहीं है. आइये Exit Polls और वास्तविक नतीजों के साथ समझते हैं कितने सटीक या कहें हवा का रुख भांपने के कितने करीब रहे पिछले 4 लोकसभा चुनावों के एग्जिट पोल्स….

साल 2004 एग्जिट पोल्स 

एजेंसी बीजेपी कांग्रेस अन्य
एसी नीलसन 240 198 110
ओआरजी मार्ग 248 190 105
सी वोटर 263 180 92
नतीजे 181 208 59

निष्कर्ष – 2004 में एग्जिट पोल जनता का मूड भापंने में असफल रहे थे. सभी एग्जिट पोल्स अटल बिहारी वाजपेयी के गठबंधन को तो जीत दिला रहे थे, लेकिन नतीजे बिल्कुल उलट आए थे. बीजेपी का गठबंधन 181 सीटों पर सिमट गया था और कांग्रेस के गठबंधन को 208 सीटें मिलने के साथ मनमनोहन सिंह की सरकार बनी थी. इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि एग्जिट पोल्स 2004 में फेल हो गए थे या यूं कहें औंधे मुंह गिरे थे.

साल 2009 के एग्जिट पोल्स

एजेंसी बीजेपी कांग्रेस अन्य
सीएनएन 175 195 150
स्टार-नीलसन 196 199 136
सी वोटर 189 195 144
नतीजे 159 262 106

निष्कर्ष – 2009 में सभी एग्जिट पोल्स बीजेपी और कांग्रेस गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर का अनुमान लगा रहे थे. कांग्रेस गठबंधन को 200 से कम और बीजेपी अलायंस को 190 के करीब सीटें दे रहे थे, लेकिन नतीजे का दिन आया तो मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस गठबंधन को 262 सीटें मिली और एक बार फिर डॉ मनमोहन सिंह की सरकार बनी. यहां भी एक्जिट पोल गलत साबित हुए. सटीक अनुमान नहीं लगा पाए.

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साल 2014 के एग्जिट पोल्स

एजेंसी बीजेपी कांग्रेस अन्य
सीएनएन 276 97 148
इंडिया टुडे 272 115 156
चाणक्य 340 70 133
नतीजे 336 66 147

निष्कर्ष – 2014 में अधिकाशं पोल बीजेपी गठबंधन को 272 से 276 सीटें दिलवा रहे थे. लेकिन मोदी लहर को चुनावी विशेषज्ञों या एग्जिट पोल्स करवाने वाली एजेंसियों ने भी शायद उतनी गंभीरता से नहीं लिया. नतीजों का दिन आया तो बीजेपी को 336 सीटें मिलीं और पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई. उस समय केवल चाणक्य के एक्जिट पोल नतीजों के काफी करीब रहे थे. उन्होंने बीजेपी को 340 सीटें दी थीं.

साल 2019 के एग्जिट पोल्स

एजेंसी बीजेपी कांग्रेस अन्य
टाइम्स नाऊ 306 132 104
टुडे चाणक्य 340 70 133
सी वोटर 287 128 127
नतीजे 352 97 94

निष्कर्ष -2019 में भी एग्जिट पोल्स भी सटीक अनुमान से दूर रहे थे. एग्जिट पोल बीजेपी गठबंधन को 2067 से 300 पार तक सीटें दे रहे थे जबकि नतीजों में बीजेपी को 352 सीटें मिली थीं और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर देश में सरकार बनी. उस समय भी सिर्फ टुडे चाणक्य नतीजों के आसपास सटीक भविष्यवाणी करने में सफल रहा था.

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