पाकिस्तान में प्रचंड गर्मी से मचा हाहाकार, कई पड़े बीमार, तपती भट्टी क्यों बन गया मोहनजोदड़ो!

हीटवेव क्या होती है…?
किसी क्षेत्र में तापमान सामान्य से ज्यादा हो जाए और वहां तेज लू चलने लगे तो उसे हीटवेव कंडीशन कहा जाता है. ऐसे में मौसम विभाग के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट पर होता है. इतनी ज्यादा लू लगातार दो या ज्यादा दिन तक रह सकती है, कई बार ये हफ्तों तक चलती है. आमतौर पर देश में हीटवेव तब चलती है, जब मैदानी इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस, समुद्र तटीय इलाकों में 37 डिग्री सेल्सियस और पहाड़ी इलाकों में 30 डिग्री सेल्सियस या इससे ज्यादा हो जाए. इन दिनों उत्तर भारत में तापमान इससे ऊपर ही दर्ज कियाा जा रहा है. किसी क्षेत्र में तापमान, सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा होने पर हीटवेव का अलर्ट जारी किया जाता है.
राजस्थान में भीषण गर्मी से 8 लोगों की मौत
राजस्थान के चार जिलों-बाड़मेर, बालोतरा, जालौर और भीलवाड़ा में भीषण गर्मी ने आठ लोगों की जान ले ली, जिससे राज्य के कई स्थानों पर अधिकतम तापमान 46-48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। गुरुवार को बाड़मेर 48.8 तापमान के साथ देश का सबसे गर्म स्थान माना गया. मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को राज्य के सात शहरों में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया. जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि अगले दो दिनों में गर्मी तेज होगी और 28 मई के बाद पारा थोड़ा कम हो जाएगा. उधर, बालोतरा में भीषण गर्मी से दो लोगों की मौत हो गई. मूलाराम (55) खेत में काम कर रहा था, तभी गर्मी के कारण उसकी हालत बिगड़ गई। उसके परिवार के सदस्य उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसी तरह, इलाके में एक रिफाइनरी कंपनी में काम करने वाला मंटू (22) बीमार पड़ गया और उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बाड़मेर में लू के कारण 35 वर्षीय एक व्यक्ति की भी मौत हो गई. भीषण गर्मी के कारण भीलवाड़ा और जालौर जिलों से भी मौतें होने की खबरें हैं.
ये भी पढ़ें :- बच के रहना! दिल्ली में 56℃ तक पहुंचेगा हीट इंडेक्स का लेवल, सूरज अभी उगलेगा और आग