दुनिया

नेपाल में भूकंप से मची तबाही, जमींदोज हुई कई इमारते, 142 की मौत, राहत और बचाव कार्य जारी

नई दिल्ली:
नेपाल में आए भूकंप में अभी तक कुल 140 लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. शुक्रवार देर रात आए इस भूकंप की तीव्रता 6.4 आंकी गई है. 

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. शुक्रवार देर रात आए भूकंप से नेपाल के जजरकोट में कई घर जमींदोज और क्षतिग्रस्त हो गए. भूकंप के बाद कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिनमें कई बहुमंजिला इमारतों के टूटे हुए हिस्से और उनके अंदर रखे फर्नीचर के बड़े टुकड़े बिखरे हुए दिखाई दे रहे हैं. 

  2. सोशल मीडिया पर भूकंप के बाद मची तबाही को लेकर कई फोटो भी वायरल हो रहे हैं. इन फोटो में दिख रहा है कि किस तरह से लोग अपनों को मलबे से निकालने की कोशिश में जुटे हैं. 

  3. प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव का कार्य कर रहे पुलिस अधिकारी संतोष रोक्का ने कहा, “घर ढह गए हैं. लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. मैं डरे हुए निवासियों की भीड़ में शामिल हूं. हम नुकसान का विवरण जानने की कोशिश कर रहे हैं.”

  4. जबकि बचाव अभियान जारी है, अधिकारियों को 190,000 की आबादी वाले पहाड़ी जिले जाजरकोट और सुदूर पहाड़ियों में फैले गांवों के साथ संपर्क स्थापित करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. 

  5. करनाली प्रांत के पुलिस प्रवक्ता गोपाल चंद्र भट्टाराई ने एएफपी को बताया कि जिलों के दूर होने के कारण जानकारी प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है. कुछ सड़कें क्षतिग्रस्त होने के कारण अवरुद्ध हो गई हैं, लेकिन हम वैकल्पिक मार्गों के माध्यम से प्रभावित इलाके तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.”

  6. नेपाल ने खोज और बचाव कार्यों में सहायता के लिए सेना भी तैनात की है.

  7. नेपाल में सभी हेली-ऑपरेटरों को तैयार रहने के लिए कहा गया है. और प्रभावित क्षेत्रों से घायलों को एयरलिफ्ट करने की सुविधा के लिए नियमित उड़ान आवाजाही निलंबित कर दी गई है.

  8. नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल ने भूकंप से हुई मानवीय और शारीरिक क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया.

  9. नेपाल भूवैज्ञानिक रूप से सक्रिय क्षेत्र में बसा है, जहां भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटें टकराती हैं, जिससे हिमालय बनता है और भूकंप अक्सर आते रहते हैं.

  10. 2015 में नेपाल में आए दो भूकंपों में करीब 9,000 लोग मारे गए थे. पूरे कस्बे, सदियों पुराने मंदिर और अन्य ऐतिहासिक स्थल मलबे में तब्दील हो गए और दस लाख से अधिक घर नष्ट हो गए, जिसकी कीमत 6 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था को चुकानी पड़ी.

यह भी पढ़ें :-  दिल्ली-NCR और बिहार समेत देश के कई हिस्सों में कांपी धरती, नेपाल का लोबुचे रहा भूकंप का केंद्र
Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button