अर्थशास्त्री डॉ. बिबेक देबरॉय का 69 साल की उम्र में निधन, पीएम मोदी ने ऐसा किया याद
दिल्ली:
अर्थशास्त्री और पीएम मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ( Dr. Bibek Debroy Passed Away) का आज 69 साल की उम्र में निधन हो गया. उनके निधन पर पीएम मोदी ने शोक जताते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदना जाहिर की. बिबेक देबरॉय पद्म श्री अवॉर्ड से सम्मानित थे. पीएम मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बनने से पहले देबरॉय पुणे में गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स (जीआईपीई) के चांसलर भी रहे.
अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय का निधन
पीएम मोदी ने एक पुरानी तस्वीर शेयर कर देबरॉय को महान स्कॉलर कहा. पीएम मोदी ने एक्स पर ट्वीट कर कहा कि डॉ. बिबेक देबरॉय जी एक महान विद्वान थे. वह अर्थशास्त्र, इतिहास, संस्कृति, राजनीति, आध्यात्मिकता और अन्य दूसरे क्षेत्रों में पारंगत थे. अपने कामकाज के जरिए उन्होंने भारत के बौद्धिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी.
I have known Dr. Debroy for many years. I will fondly remember his insights and passion for academic discourse. Saddened by his passing away. Condolences to his family and friends. Om Shanti. pic.twitter.com/TyETOOwOoY
— Narendra Modi (@narendramodi) November 1, 2024
पीएम मोदी ने डॉ. देबरॉय को किया याद
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, मैं डॉ. देबरॉय को कई सालों से जानता था. उनके अकादमिक डिस्कोर्सेज को लेकर पैशन को मैं हमेशा प्रेमपूर्वक याद रखूंगा. उनके निधन से दुखी हूं. उसके परिवार और दोस्तों के लिए संवेदनाएं. ॐ शांति.”
धर्मेंद्र प्रधान ने भी बिबेक देबरॉय को किया याद
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय को “उत्कृष्ट शिक्षाविद्” बताया.उन्होंने कहा कि डॉ. बिबेक देबरॉय के निधन से वह बहुत दुखी हैं.
Deeply saddened by the passing of Dr. Bibek Debroy. He was a distinguished economist, a prolific author as well as an excellent academician. He will be admired for his policy guidance on economic issues and noteworthy contributions to India’s development. His columns in… pic.twitter.com/y1niSMlxU7
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) November 1, 2024
वह एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री, एक विपुल लेखक और साथ ही एक उत्कृष्ट शिक्षाविद थे. आर्थिक मुद्दों पर उनके मार्गदर्शन और देश के विकास में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए हमेशा उनकी तारीफ की जाएगी. समाचार पत्रों में उनके लेखों ने लाखों लोगों को समृद्ध और प्रबुद्ध किया. डॉ. देबरॉय अपने पीछे अर्थशास्त्र, शिक्षा और साहित्य की दुनिया में एक स्थायी विरासत छोड़ गए हैं. उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना.