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ED ने उत्तराखंड के पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के करीबियों के घर भी की छापेमारी

हरक सिंह रावत के करीबियों के घर पर ED की छापेमारी

नई दिल्ली:

उत्तराखंड के पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. दरअसल, ED (प्रवर्तन निदेशालय) कथित वन घोटाला मामले में अब उनके करीबियों के घर भी छापेमारी कर रही है. ED की यह छापेमारी पंचकूला समेत दिल्ली, चंडीगढ़ और उत्तराखंड के कई अन्य स्थानों पर चल रही है. मिल रही जानकारी के अनुसार हरियाणा के पंचकूला के सेक्टर 25 में डॉ. विवेक और डॉ.विक्रम के घर पर भी ED की रेड चल रही है. ये दोनों ही डॉक्टर सगे भाई हैं. इन दोनों के ठिकानों पर सुबह सात बजे से ही रेड चल रही है. 

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बता दें कि ED ने आज सुबह ही हरक सिंह रावत के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी. हरक सिंह के दिल्ली के दो ठिकानों समेत 17 लोकेशन पर ईडी ने रेड की है. दरअसल, ईडी ने फॉरेस्ट लैंड घोटाले के तहत ये कार्रवाई की है. PMLA के तहत इस कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. पिछले साल भी अगस्त में उत्तराखंड विजिलेंस विभाग ने हरक सिंह रावत के खिलाफ कार्रवाई की थी.

ED द्वारा दो मामलों में हरक सिंह रावत के ठिकानों पर छापेमारी की गई है. इनमें से एक मामला जमीन घोटाले का और दूसरा अवैध पेड़ों की कटाई का है. इन्हीं दो मामलों में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत कार्रवाई की जा रही है. बीजेपी की त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने साल 2019 में पाखरो में टाइगर सफारी निर्माण के लिए केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से मंजूरी मांगी थी. इसके बाद पाखरो में 106 हेक्टेयर वन भूमि पर कार्य शुरू किया गया था. 

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उत्तराखंड सरकार की ओर से कहा गया था कि इस प्रोजेक्ट के लिए केवल 163 पेड़ काटे जाएंगे लेकिन बाद में हुई जांच में पता चला कि इस दौरान बड़ी संख्या में पेड़ काटे गए. एक वन्यजीव कार्यकर्ता गौरव बंसल ने सबसे पहले ये मामला दिल्ली हाईकोर्ट में उठाया था. साल 2021 में इस संबंध में दिल्ली हाईकोर्ट ने एनटीसीए को मामले की जांच करने के लिए कहा था.  एनटीसीए की गठित समिति ने सितंबर 2021 में कॉर्बेट पार्क का निरीक्षण किया और 22 अक्टूबर 2021 को अपनी रिपोर्ट सौंपी. रिपोर्ट में एनटीसीए ने मामले की विजिलेंस जांच और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी.

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