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चांद का हुआ दीदार, भारत में कल मनाई जाएगी ईद-उल-फितर

देश में कल 31 मार्च को ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाएगा. इस्लामिक सेंटर के मौलाना खालिद राशिद फिरंगी महली ने इसकी औपचारिक घोषणा की है. चांद के दिखाई देने के बाद यह घोषणा की गई है. ईद-उल-फितर का त्योहार रमजान के महीने के अंत में मनाया जाता है और यह इस्लामी कैलेंडर के शव्वाल महीने की पहली तारीख को पड़ता है.

लखनऊ ईदगाह इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि आज यानी 30 मार्च को चांद दिख गया है और ईद-उल-फितर 31 मार्च को मनाई जाएगी. लखनऊ ईदगाह में सुबह 10 बजे नमाज अदा की जाएगी.

भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ईद-उल-फितर की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं. अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, ‘ईद-उल-फितर के पावन अवसर पर मैं भारत और विदेशों में रहने वाले सभी भारतीयों, विशेषकर मुस्लिम भाइयों और बहनों को अपनी शुभकामनाएं और बधाई देती हूं.

राष्ट्रपति ने एक्स पोस्ट में कहा, ‘ईद-उल-फितर रमजान के पवित्र महीने के दौरान उपवास और प्रार्थना के अंत का प्रतीक है. यह त्योहार भाईचारे, सहयोग और करुणा की भावना को मजबूत करता है. यह त्योहार सामाजिक बंधन को भी बढ़ावा देता है और हमें एक सामंजस्यपूर्ण, शांतिपूर्ण और समृद्ध समाज बनाने के लिए प्रेरित करता है. ईद सहानुभूति, करुणा और दान की भावना को बढ़ावा देने का अवसर है.nयह त्योहार सभी के जीवन में शांति, प्रगति और खुशी लाए और हमें सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने की शक्ति दे.’

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चांद रात के बाद सुबह ईद-उल-फितर मनाया जाता है, यह दुनिया भर के मुसलमानों द्वारा मनाया जाने वाला एक प्रमुख धार्मिक त्योहार है. रमजान के महीने भर के रोजे इस दिन समाप्त होते हैं. इस पाक महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं जिसमें सूरज निकलने के बाद से सूरज के डूबने तक खाने-पीने से दूर रहते हैं. इसलिए ईद-उल-फितर को “रोजे खत्म करने का त्योहार” भी कहा जाता है. इस्लामिक चंद्र कैलेंडर में दसवां महीना शव्वाल है और इस महीने का पहला दिन दुनिया भर में ईद-उल-फितर के रूप में मनाया जाता है.

ईद का त्योहार खास होता है और एक चीज जो इसे खास बनाती है वो है सेंवई. इस ईद पर हर घर में सेंवई बनाई जाती है.


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