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एकला चलो रे… महाराष्ट्र में अमित शाह के इस बयान से महायुति में क्यों मची हलचल?


मुंबई:

महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections 2024) से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बड़ा बयान दिया है. शाह ने मुंबई में आयोजित भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक में कहा कि बीजेपी 2029 में अपने दम पर महाराष्ट्र की सत्ता में आएगी. केंद्रीय गृह मंत्री के इस बयान से घटक दलों में हलचल है. महायुति में शामिल घटक दलों ने इस ‘आत्मनिर्भर’ वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी है. साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. 

महाराष्ट्र की सबसे बड़ी परीक्षा में जीत सुनिश्चित करने की जद्दोजहद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर मुंबई, ठाणे और कोंकण क्षेत्रों में कार्यकर्ता संवाद बैठकें की. 2024 में एनडीए की महायुति गठबंधन की जीत का भरोसा दिलाया तो साथ ही कहा कि ‘2029 में बीजेपी अकेले अपने दम पर सरकार बनाएगी’. 

फिलहाल 2024 की चिंता करेंगे : शिंदे 

महायुति सरकार में शामिल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पहले तो इस सवाल को टालते दिखे. हालांकि फिर उन्‍होंने कहा कि फिलहाल चिंता 2024 की करेंगे. वहीं उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने के लिए इस तरह के बयान दिए जाते हैं. सभी को अपनी पार्टी संगठन बढ़ाने का हक है. 

2024 की लड़ाई में 2029 के लिए दिया बयान कहीं महायुति में शामिल घटक दलों को नाराज ना कर दे. इसे देखते हुए बीजेपी ने भी अमित शाह के बयान पर सफाई दी है. भाजपा प्रदेशाध्‍यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि हम भाजपा कार्यकर्ता हैं तो स्वाभाविक रूप से यह विचार आता है कि अगर हमारा कार्यकर्ता मजबूत नहीं रहा तो कैसे होगा और इसलिए उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए 2029 की यह टिप्पणी है. 

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विपक्ष को मिला बीजेपी को घेरने का मौका 

हालांकि विपक्ष ने बीजेपी को घेरने का मौका मिल गया है. महाराष्‍ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेटीआर ने कहा कि 2029 में अमित शाह दिल्ली में नहीं होंगे. अभी वो बैसाखी के सहारे सत्ता में हैं. उन्‍होंने कहा कि यह घोटाले वाली सरकार है और महाराष्ट्र को यह सरकार नहीं चाहिए. 

महाराष्ट्र की सत्ता पर महायुति गठबंधन की सरकार है, जिसमें शिवसेना के एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं तो बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस और एनसीपी के अजित पवार उपमुख्यमंत्री. ऐसे में अमित शाह के “2029 में एकला चलो” वाले बयान को क्‍या महायुति के घटक दलों और खुद एकनाथ शिंदे के लिए खतरे की घंटी समझा जाए? महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजों पर इस सवाल का जवाब बड़े तौर पर निर्भर करता है. 



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