हाई-राइज सोसाइटिज में पोलिंग बूथ, सेल्फी पॉइंट, छायादार जगह; वोटिंग बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग बढ़ा रहा सुविधाएं

चुनाव आयोग मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए कई उपाय कर रहा है.
नई दिल्ली:
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनावों के दौरान वोटरों की भागीदारी बढ़ाने के लिए बड़े स्तर पर विशेष अभियान शुरू किया है. इसके तहत सोशल मीडिया से लेकर शहरों में पोस्टरों और पेंटिंग के जरिये मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है. साथ ही, पहली बार गाजियाबाद की हाई-राइज सोसाइटिज में पोलिंग बूथ सेटअप करने का फैसला किया गया है. गाजियाबाद के स्कूली बच्चों ने शहर की दीवारों पर रंगीन पेंटिंग्स बनायी हैं. आम मतदाताओं को जागरूक करने और उन्हें ये संदेश देने के लिए कि मतदान उनका संवैधानिक अधिकार है और उनका वोट देश का भविष्य बेहतर कर सकता है. लोकतंत्र को मज़बूत करेगा. इन पेंटिंग्स में भारत के चुनावी और लोकतांत्रिक इतिहास और चुनावों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी और बदलते भारत की तस्वीर को दर्शाया गया है.
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सोशल मीडिया पर भी चुनाव आयोग ने विशेष कैंपेन शुरू किया है, विशेषकर युवाओं को वोटिंग के प्रति उत्साहित और जागरूक करने के लिए. गाजियाबाद में पहली बार कई हाई-राइज सोसाइटिज में पोलिंग बूथ सेटअप किये जायेंगे. गाजियाबाद के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट इंद्र विक्रम सिंह ने The Hindkeshariसे कहा, “हाई-राइज हाउसिंग सोसाइटिज बिल्डिंग्स में पहली बार हमने पोलिंग बूथ सेटअप करने का फैसला किया है, जिससे लोग आसानी से अपने घरों से बाहर आकर अपने बिल्डिंग में ही मतदान कर सकें. हम 33 हाई-राइज सोसाइटिज में 52 ऐसे पोलिंग बूथ सेटअप कर रहे हैं.”
जब The Hindkeshariने डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट से इस सीजन में तेज गर्मी के पूर्वानुमान के बारे में मौसम विभाग की चेतावनी के बारे में पूछा तो इंद्र विक्रम सिंह ने कहा, “गर्मी धीरे-धीरे बढ़ रही है. हालांकि, गाजियाबाद में 25 अप्रैल को होने वाली वोटिंग तक किसी हीट वेव की आशंका नहीं है लेकिन मैं आम लोगों से अपील करता हूं कि जब वह वोट करने आएं तो पानी की बोतल अपने साथ रखें. सर को ढंककर रखें. हल्के रंग के कपड़े पहनें. हीट वेव गाजियाबाद में इतना तीव्र नहीं होगा कि इससे लोगों को चिंता करने की जरूरत है. हमने गाजियाबाद की पोलिंग बूथ में पानी की पर्याप्त व्यवस्था और छायादार जगह का इंतजाम अच्छे से किया है.
जाहिर है, इस बार के चुनाव कई मायने में अलग होंगे. चुनाव आयोग के मुताबिक लोक सभा चुनावों में रिकॉर्ड 97 करोड़ के आसपास मतदाता रजिस्टर्ड हैं, जिनमें 1 करोड़ 84 लाख 18-19 साल के हैं. कवायद इसमें से ज़्यादा से ज़्यादा को चुनावी प्रक्रिया से सीधे जोड़ने की है.